बदहाल स्वास्थ्य की खुली पोल। यहां हेलीकॉप्टर के इंतजार में खेत में जन्में बच्चे की मौत। महिला की हालात नाजुक
उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ से पहाड़ों की हकीकत बयां करने वाली दुखद खबर सामने आ रही है, जहां यह खबर ऐसे विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले प्रदेश से है, जिसके गठन के 21 साल पूर्ण हो चुके है, जहां एक गर्ववती महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद कुछ ग्रामीणों ने उसे खेत तक पहुंचाया, जहां हेलीकॉप्टर के इंतजार में महिला ने पहले ही मृतक बच्चे को जन्म दे दिया।
हालांकि बाद में हेलीकाॅटर से महिला को अस्पताल तक पहुंचाया गया। यहीं से पता चलता है कि, 21 वीं सदी के चकाचौंध वाले युग में पहाड़ों की हकीकत बयां करने के लिए पर्याप्त है।
यह मामला पिथौरागढ़ के मुनस्यारी ब्लाॅक के पातों गांव की लक्ष्मी देवी (25) पत्नी श्याम दरियाल को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक हरीश धामी से हेलीकाॅप्टर की मांग की, जिस पर हरीश धामी ने तत्काल प्रशासन से वार्ता कर हेलीकाॅप्टर की व्यवस्था की, वहीं हेलीकाॅप्टर ने मेडिकल टीम के साथ पातों से उड़ान भरी।
हालांकि बताया जा रहा है कि, हेलीकाॅप्टर के पहुंचने से पहले ही महिला ने खेत में बच्चे को जन्म दे दिया। वहीं आशा वर्कर शीला देवी के मुताबिक बच्चा गर्भ में ही उल्टा फंस गया था। जिसे बमुश्किल से निकाला गया, लेकिन हेलीकाॅप्टर मेडिकल टीम समय से नहीं पहुंच पाई।
वहीं हेलीकाॅप्टर से पहुंची मेडिकल टीम ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद प्रसव पीड़िता महिला की हालत खराब होने पर उसे हेलीकाॅप्टर से पिथौरागढ़ लाया गया, जहां पर उसका इलाज किया गया।
बताते चलें कि, उत्तराखंड की धामी सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य और लोक निर्माण जैसे अहम महकमों का नेतृत्व तेजतर्रार एवं अनुभवी कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत व कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज कर रहे है। ऐसे में उनके पास अहम महकमों की दयनीय स्थिति को सुधारने की न सिर्फ कड़ी चुनौती भी है। बल्कि एक नया सुनहरा अवसर भी है।
अब देखना यह होगा कि, इस तरह के ज्वलंत प्रकरणों का मंत्री धन सिंह रावत व कैबिनेट सतपाल महाराज कब तक संज्ञान लेते है और इन महकमों को सुधारने केे लिए वे क्या-क्या कदम उठाते है ये देखना होगा।