चंद दुकानों की आड़ में बड़े निर्माण कार्यों का खेल। विभागीय कार्रवाई पर उठे सवाल
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। वनमाफ़िया की तर्ज पर अब अवैध निर्माणकारी भी चलने लगे है। जिस तरह वनमाफ़िया एक दो पेड़ो की परमिशन लेकर दर्जनों पेड़ो पर आरी चला देते है, इसी तर्ज पर निर्माण करने वाले लोग भी एक दो कमरे या दुकान का नक्शा बनवाकर उसकी आड़ में बड़ा निर्माण कर देते है, विभाग से सांठ-गांठ का ये सिलसिला सरकार के राजस्व को चुना तो लगाता ही है, साथ ही नियमों को ठेंगा भी दिखाता है।
कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला रहमतपुर रुड़की मार्ग पर, जहा चंद दुकानों का नक्शा बनाकर उसकी आड़ में पीछे बड़ा निर्माण कर दिया गया। सूत्र बताते है कि, ये काम विभाग के कुछ कर्मियों की मिली भगत से अंजाम दिया गया। बिडम्बना देखिये जब दुकानों के पीछे निर्माण कार्य शुरू हुआ तो उसे संबंधित विभाग ने रोक दिया था।
बाकायदा उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी ये मामला डाला गया था, लेकिन रोक के बावजूद निर्माण को मुकम्मल कर दिया गया, अब विभागीय अधिकारी जांच कराने की बात कह रहे है।
गौरतलब है कि, अवैध निर्माणों व अवैध कॉलोनियों पर एचआरडीए (HRDA) ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। कई अवैध कॉलोनियों पर विभाग बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त भी किया है, ऐसे में अवैध निर्माण को हो रही नजरें इनायत कई सवाल खड़े कर रही है।
एचआरडीए के सहायक अभियंता डी. एस. रावत का कहना है कि, मामला उनके संज्ञान में नहीं है, मामले की जांच कराई जाएगी। यदि नियमों के अनुरूप कार्य हुआ है तो उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अब देखने वाली बात ये होगी कि, इसकी जांच कब तक हो पाती है या फिर जांच के नाम पर इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। -डीएस रावत, सहायक अभियंता विकास प्राधिकरण रुड़की।