मंत्रिमंडल में स्थान न मिल पाने से कुछ विधायक नाराज। समर्थकों के हाथ लगी मायूसी
– सलीम रज़ा
देहरादून। एक बार फिर सारे मिथक तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी ने दोबारा देवभूमि में अपनी सरकार बनाकर इसे ऐतिहासिक बना दिया। जहां एक ओर इस जीत से भाजपा कार्यकर्ता और विधायक खुश नजर आ रहे हैं, वहीं मंत्रिमंडल में स्थान न मिल पाने से कुछ विधायक नाराज नजर आ रहे हैं।
भले ही उनके मुंह से बगावती और नाराजगी के सुर नहीं निकल रहे हों लेकिन मंत्रिमंडल में शामिल न किये जाने या स्थान न मिल पाने की टीस साफ सुनाई दे रही है। जैसा कि, आपको मालूम है, धामी 2.0 के मंत्रिमंडल में कुछ पूर्व मंत्रियों को और कुछ विधायकों को रिकार्ड तोड़ जीत हासिल करने के बावजूद स्थान नहीं मिला है।
गौरतलब है कि, पूर्व विधायकों में मदन कौशिक, बिशन सिंह चुफाल, बंशीधर भगत, अरविन्द पांडेय, उमेश शर्मा काऊ, विनोद चमोली ये वो नाम हैं, जो अपनी नाराजगी लाख छिपाना चाह रहे हों लेकिन मंत्रिमंडल में जगह न मिल पाने की टीस इनके चेहरे से साफ झलक रही है।
आईये कुछ ऐसे नाम हैं, जो अपनी बात को कुछ इस तरह से कहकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। जैसे बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि, भाजपा यदि 70 पार को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करती फिर 71 साल के सतपाल महाराज को मंत्रिमंडल में क्यों शामिल किया गया।
वहीं हरिद्वार विधायक और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी मंत्रिमंडल में शामिल न किये जाने की टीस छिपा नहीं पा रहे हैं। रायपुर से लगातार रिकार्ड मतों से जीतने वाले विधायक उमेश शर्मा काऊ को भी इंतजार था कि, शायद इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी, मगर उनके हाथ भी मायूसी लगी।
कुछ ऐसा ही हाल है धर्मपुर विधानसभा से लगातार दोबारा रिकार्ड मतों से जीतने वाले विनोद चमोली को भी मंत्रिमंडल में स्थान न मिलने से नाराजगी है, तो वहीं उनके समर्थकों में भी मायूसी छाई हुई है। बहरहाल कोई भी इस बात पर खुलकर नहीं बोल रहा है।
उपरी मन से भले ही हाईकमान के फैसले पर बात छोड़ देते हों लेकिन अन्दुरूनी तौर से उनके अंदर चिंगारी जरूर सुलग रही है, जो आने वाले वक्त में बगावती आग का रूप ले सकती है।