उत्तराखंड के इस इंस्पेक्टर को मिलेगा “मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन अवॉर्ड”। सुलझाई थी उलझे केस की गुत्थी
देहरादून। अपराध करके अपराधी कितना भी सजा से बचने की कोशिश करे या अपने को शातिर समझकर कानून की नजरों से भागे, लेकिन बुरे का अंजाम बुरा ही होता है और अपराधी पकड़ा ही जाता है। जी हाँ उत्तराखण्ड पुलिस के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा ने जनपद पौड़ी गढ़वाल में हुई महिला की हत्या का न सिर्फ खुलासा कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया, बल्कि अभियुक्त को उसके इस कृत्य की सजा भी दिलायी।
वर्ष 2018 में लक्ष्मणझूला, पौड़ी गढ़वाल में एक महिला की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में किसी तरह के सबूत और साक्ष्य नहीं मिल रहे थे। ऐसे में इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व में क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कैमरों की वीडियो फुटेज चेक कर गहनता से जांच पड़ताल की गयी। जांच में एक स्कूटी में दो पुरूष और एक महिला के सवार होने की बात प्रकाश में आई।
स्कूटी सवार महिला के कपड़े मृतक महिला के कपड़ों से मेल खा रहे थे। जिसके बाद स्कूटी का नंबर पता करवाया गया, तो पता चला कि स्कूटी ऋषिकेश में किसी से किराए पर ली गई थी। जहां से दोनों अभियुक्तों के बारे में जानकारी ली गयी और तकनीकी साक्ष्यों और मृतक महिला के कपड़ों से पहचान कर उसकी हत्या करने वाले दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर इस ब्लाइंड केस का सूबतों के साथ खुलासा किया। इस केस में मजबूत विवेचना के आधार पर माननीय न्यायालय ने अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी।
गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा को हत्या की उत्कृष्ट विवेचना किये जाने के लिए ’’अन्वेषण में उत्कृष्टता हेतु केन्द्रीय गृहमंत्री पदक’’ से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गयी है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।