उत्तराखंड की इस जेल के कैदी बनेंगे रेडियो जॉकी। तैयारी शुरू
उत्तराखंड की जेलों में सजायाफ्ता कैदियों को अपराधिक दुनिया से तनाव मुक्त बनाने की पहल में जेल प्रशासन की ओर से अनूठी पहल शुरू की जा रही है। राजधानी देहरादून के सुद्दोवाला जेल में सजा काट रहे टैलेंटेड कैदियों को रेडियो जॉकी बनाने तैयारी शुरू कर दी गई है।
इसके लिए बाकायदा जेल में एक साउंडप्रूफ स्टूडियो तैयार किया जा रहा है। जहां आर्टिस्ट कैदियों को रेडियो जॉकी के रूप में तैयार करके प्रतिदिन अन्य कैदियों को उनकी फरमाइश का बॉलीवुड संगीत सुनाया जाएगा।
साथ ही जेल में प्रतिदिन होने वाली अधिकारिक गतिविधियों के बारे में भी रेडियो जॉकी के माध्यम से सूचनाएं दी जाएंगी।
जेल में बंद कैदियों को रेडियो जॉकी (Radio Jockey) बनने के प्रतिस्पर्धा में जोड़ने का मुख्य मकसद उनको तनाव से दूर करने और उनके अंदर सर्जनात्मक क्रियाओं को नया अवसर देने का उद्देश्य बताया जा रहा है।
जेल प्रशासन के मुताबिक, हरियाणा की जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों को एक नए जीवन की ओर अग्रसर करने के चलते रेडियो जॉकी जैसे मनोरंजन के दुनिया में अपना हुनर निखारने का अवसर दिया गया था।
इसी कारण हरियाणा की जेल में होने वाले इस तरह की सकारात्मक गतिविधियों का अनुसरण करते हुए वहां डॉक्टर वर्तिका नंदा द्वारा कैदियों में एक नई शुरुआत की गई है।
उसी के तहत देहरादून सुद्दोवाला जेल में भी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. वर्तिका नंदा के सौजन्य से कैदियों को रेडियो जॉकी बनाने का कार्य शुरू किया जा रहा है।
देहरादून जेल प्रशासन की ओर से शुरू किए गए रेडियो जॉकी बनाने की सकारात्मक पहले के लिए जेल में बंद 10 पुरुष कैदी और 5 महिला कैदी आवेदकों द्वारा रेडियो जॉकी बनने का आवेदन किया है।
11 अगस्त 2021 को बेंगलुरु से प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर वर्तिका नंदा बेंगलुरु से देहरादून सुद्दोवाला जेल के आवेदक कैदियों का ऑनलाइन ऑडिशन शुरू करेंगी।
ऑडिशन में पास होने वाले आवेदकों को बाकायदा प्रोफेशनल रेडियो जॉकी और रेडियो FM मिर्ची के सौजन्य से ट्रेनिंग दी जाएगीन
देहरादून जेल सुद्दोवाला जेल अधिकारियों की मानें तो इससे कैदियों को नया जीवन शुरू करने का मौका मिलेगा और उनमें आपराधिक मानसिकता को छोड़कर एक नई सृजनात्मकता का विकास होगा।
ऐसे में वह एक नई सोच के साथ दूसरे कैदियों को भी नई शुरुआत करने के लिए प्रेरित करेंगे। देहरादून सुद्दोवाला जेल सुपरिटेंडेंट दधिराम के मुताबिक, जेल में सजायाफ्ता कैदियों को रेडियो जॉकी बनाने का मुख्य मकसद उनको तनाव मुक्त कर आवाज के टैलेंटेड लोगों को एक प्लेटफॉर्म देकर उनको नए जीवन की शुरुआत देने का उद्देश्य है।
जेल प्रशासन इस नई पहल के तहत ऐसे हुनर कैदियों को न सिर्फ रेडियो जॉकी का प्रशिक्षण देगा, बल्कि उनके द्वारा जेल में वाद विवाद प्रतियोगिता और मनोरंजन के तमाम संसाधन जुटाने का भी प्रयास करेगा।
जिम में शुरू होने वाले इस रेडियो जो कि कार्यक्रम में सजायाफ्ता कैदियों को उनके फरमाइश के फिल्मी गीत सुनाए जाएंगे।
बल्कि उनके अदालत में जाने की सूचनाएं जेल प्रशासन की गतिविधियों की जानकारी उनके परिजनों के साथ मुलाकात और अन्य तरह के विषयों पर भी जानकारी इस रेडियो जॉकी द्वारा दी जाएगी।
इस नई पहल से जेल परिसर में एक सकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास किया जाएगा. ताकि कैदी एक नई ऊर्जा का सभ्य नागरिक के रूप समाज का नया हिस्सा बन सके।