सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कूड़ा बना आफत
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की के इमामबाड़ा इमली रोड माही ग्राम में कूड़े का अंबार पर लगा रहा। शहर में एक हफ्ते से कूड़े का अंबार लगा हुआ था, जिसका बीड़ा आम लोगों ने मिलकर उठाया और अपना पूरा योगदान दिया। कूड़े के ढेर को साफ करने का बीड़ा उठाया। आमजन ने आपस में मिलजुल कर साफ कराया। इमली रोड गली इमामबाड़ा में कूड़े का अंबार लगा रहा। कूड़े के ढेर के चलते बदबू फैलनी शुरू हो गई। जिसके चलते बीमारियां भी दस्तक दे सकती हैं।
आपको बता दें कि, एक हफ्ते से इस कूड़े पर किसी का भी ध्यान नहीं गया। इस कूड़े की वजह से लोगों को मुंह पर रुमाल वगैरह रखकर इस रास्ते से गुजरना पड़ा। गंदगी के चलते पशु कूूड़े को सड़क पर बिखेर रहे थे। शहर में चरमराती सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नगर परिषद की ओर से सफाई ना होने के चलते आम जनता आक्रोशित है।
हालत यह है कि, कूड़ा सड़क पर होने से कारोबारियों सहित राहगीर परेशान हैं। इमली रोड गली इमामबाड़ा से कूड़ा नहीं उठाया गया। इस कारण कूड़ा सड़क पर बिखर गया। जिससे लोगों को जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों से परेशानियों का सामना करना पड़ा।
आपको बता दें कि, नगर निगम के कर्मचारियों की शहर में एक हफ्ते से हड़ताल चल रही थी, जिसके चलते नगर निगम के कर्मचारी आम जनता को कूड़ा नहीं उठाने दे रहे थे। कूड़ा नहीं उठने के चलते लोगों को दो-चार होना पड़ा। आम लोगों और राहगीरों को कूड़े से आ रही बदबू का भी सामना करना पड़ा।
शहर में जब कूड़ा नहीं उठाया गया तो यह सब आम लोगों ने मिलकर किया और वहां की साफ सफाई की। कूड़े के ढेर को आम लोगों ने आपस में मिलजुल कर साफ किया। वैसे तो यहां बहुत से लोग समाजसेवी बने फिरते हैं, आगे आगामी चुनाव को लेकर समाजसेवी हो या पार्षद या फिर मेंयर और किसी को भी यहां की हालत नजर नहीं आई।
आखिर क्यों समाजसेवी, पार्षद और मेयर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। क्या सिर्फ वोट लेने के लिए ही कार्य किए जाते हैं। वैसे इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होती है कि, समय रहते ही काम को पूरा कर लिया जाए। समाजसेवी भी अपने आपको अच्छा दिखाने के लिए कार्य करते रहते हैं, लेकिन इस कूड़े के ढेर की तरफ उन्होंने भी ध्यान तक नहीं दिया।
उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि, यहां रह रहे लोगों पर क्या बीत रही है। कूड़े से आ रही गंदी बदबु से आम लोगों का जीना दुर्भर हो गया। क्या यह है इन सभी की जिम्मेदारी आम जनता के लिए। कूड़े के ढेर से आ रही बदबू बड़ी बीमारी को दस्तक दे सकती है। जिससे आम जनता को और ज्यादा नुकसान हो सकता था।
आपको बता दें कि, इस कार्य को आम लोगों ने अंजाम दिया। जब नगर निगम की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया। आम जनता ने मिलकर उस कूड़े के ढेर को उठाकर फेंका, तब जाकर आम लोगों ने राहत की सांस ली।
इस दौरान कूड़ा उठाने में गुड्डू फैसल, रिजवान, निसार, शादाब, चांदु, बबलू, छम्मन, इरशाद, कादिर, तैयब, मुस्तकीम, अरुण, ललित, अनवार, असलम, दुधवाले नसीम, दुध वाले उमर खा साहब, रईस उर्फ डब्बू, आरिफ, पान वाले अजहर, अब्बास, जैदी, अरशद इन सभी लोगों का योगदान रहा।