योग दिवस पर साधु संतों ने गंगा तट पर किया योग। जनता से की योग की अपील
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। भारतीय सनातन परंपरा में योग के माध्यम से कई ऋषि-मुनियों ने सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। योग एक ऐसी विद्या है, जिससे मनुष्य को शारीरिक परेशानी से मुक्ति मिल जाती है। आज पूरा विश्व योग मय है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत देश के साथ विदेशों में भी आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाया जा रहा है। धर्म नगरी और योग नगरी हरिद्वार के साधु संत भी गंगा तट पर योग करते नजर आ रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आज धर्मनगरी हरिद्वार का नजारा भी अलग देखने को मिला कोरोना महामारी के कारण भारी संख्या में तो एक जगह इकट्ठा होकर लोगों ने योग नहीं किया। मगर सभी लोग योग मय नजर आए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर साधु संतों में भी काफी उत्साह देखने को मिला और मां गंगा के तट पर साधु संतों ने योग कर लोगों से आवाहन किया कि, सभी लोग योग को अपने जीवन में अपनाएं संतों का कहना है कि, अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए योग काफी महत्वपूर्ण होता है।
कोरोना महामारी हो या कोई भी बीमारी उससे छुटकारा पाने का एक ही माध्यम है। योग आज मां गंगा के तट पर योग करके हमने यही संदेश दिया है। धर्म को छोड़कर सभी विश्व योग को अपनाएं संतों का कहना है कि, आज मां गंगा के तट पर योग करके यही कामना करने आए हैं कि, विश्व के लोग योग करें और कोरोना महामारी का खात्मा करें।
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाये जाने की पहल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की और आज पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मना रहा है। धर्मनगरी हरिद्वार में भी संत समाज ने गंगा के तट पर योग की अनेक क्रियाओं को किया और लोगों से भी अपील करी कि स्वस्थ शरीर के लिए योग को अपनाएं।