यूकेडी के सहयोग से गांववासियों की हुई जीत। खुलेगा डिफेंस कालोनी रास्ता
उत्तराखंड क्रांति दल के नेतृत्व में देहरादून के डिफेंस कॉलोनी में रास्ता खोले जाने को लेकर चल रहा धरना-प्रदर्शन आज प्रशासन के आश्वासन के बाद स्थगित हो गया।
धरने के तीसरे दिन आखिरकार पटवारी सत्य प्रकाश सरकारी नक्शा लेकर आए। मौका मुआयना करके पटवारी ने साफ कर दिया कि, ग्रामीणों का रास्ता 4 मीटर का है अर्थात डिफेंस कॉलोनी के लिए 4 मीटर का रास्ता खोला जाएगा।
पटवारी ने फोन करके डिफेंस कॉलोनी हाउसिंग सोसायटी के पदाधिकारियों को मौके पर बुलाया, लेकिन वे नहीं आए। इस पर पटवारी ने रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेज दी।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि, प्रशासन के आश्वासन के बाद इस धरने को एक दिन के लिए स्थगित किया गया है, यदि प्रशासन के आदेश के बाद की कार्यवाही नहीं हुई तो फिर इस रास्ते को खुद ही खोल देंगे।
यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ विरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि, डिफेंस कॉलोनी सोसाइटी ने ऐसा गेट लगा दिया है जैसा कि विदेशी सीमाओं पर भी नहीं होता।
उत्तराखंड क्रांति दल महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुलोचना इष्टवाल ने कहा कि, पुलिस प्रशासन से बद्रीपुर के ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमों को भी वापिस लिए जाने की मांग की जाएगी, वरना तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि, पिछले दिनों ग्रामीण बद्रीपुर के युवकों ने गेट का विरोध करके पहले गेट तोड़ दिया था, जिस पर पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज कर दिए थे।
आज तीसरे दिन पटवारी ने जब बताया कि, सरकारी नक्शे में बारह फीट रोड है तो उत्तराखंड क्रांति दल और गांव वासियों की खुशी का ठिकाना ना रहा। सभी ने खुश होकर एक दूसरे को बधाई और शुभकामनायें दी और यूकेडी का आभार व धन्यवाद दिया और स्थानीय निवासी मोहित वालिया, प्रकाश, शुभम को भी विशेष आभार व्यक्त किया।
धरना प्रदर्शन में ग्रामीणों के साथ उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, संजय बहुगुणा केंद्रीय संगठन महा मंत्री , ज़िला कार्यकारी उपाध्यक्ष किरन रावत, सीमा रावत ज़िला युवा अध्यक्ष, दिनेश नेगी, ज़िला अध्यक्ष दीपक रावत ,गांव वासी पूर्व प्रधान विरेन्द्र वालिया, उषा, रीना, शालिनी कैंतुरा, सुमित्रा, पार्षद सचिन थापा, युथ कांग्रेस नेता गौरव सिंह, मोहित वालिया , आनंद सिंह आदि हजारों गांव वासी महिला, पुरुष, युवा, बच्चे, बुजुर्ग ने दूसरे दिन धरना प्रदर्शन किया।