बदहाल व्यवस्था: राज्य निर्माण के बाद खण्डर बना बिर्टिश शासन काल का अस्पताल

राज्य निर्माण के बाद खण्डर बना बिर्टिश शासन काल का अस्पताल

– राज्य सरकार ने खड़ी की करोड़ो लागत की बिल्डिंग जिसमें उगी झाड़ियां

रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
सतपुली। उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद कई ऐतिहासिक धरोहरें खण्डर बनती जा रही है, राज्य सरकार पहाड़ो में विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए बिल्डिंग बनाती जा रही है और दूसरी ओर ये बिल्डिंगें खण्डर होती जा रही है।

खबर के माध्यम से हम आपको जो तस्वीरें दिखा रहे हैं, वो बिर्टिश शासनकाल का अस्पताल है, जहां पर आज चारों ओर से झाड़ियां उग गई है। सरकार द्वारा इस अस्पताल के लिए नई बिल्डिंग भी यही पर बनाई गई है वो अब बिना यूज के खण्डर बनती जा रही है और सरकारी तंत्र इससे मुंह फेरकर बैठा है।

ये अस्पताल द्वारीखाल विकासखण्ड के बंघाट (चमोलीसैन) में है, जो 1895 में बना था और तब से राज्य निर्माण तक यहाँ पर पूरा स्टाफ था व स्थानीय लोगों का इलाज चलता था, लेकिन राज्य निर्माण के बाद से ये पुरानी धरोहर तो खण्डर बनी ही साथ में जो राज्य सरकार ने नई बिल्डिंग बनाई वो भी बिना स्टाफ के खण्डर बनती जा रही है।

स्थानीय ग्रामीण महिला का कहना है कि, विगत 5 वर्ष पहले यहाँ पर कभी-कभी लोग आते थे, लेकिन अब नही आते।

वही स्थानीय ग्रामीण युवा दिग्मोहन नेगी का कहना है कि, राज्य सरकार ने पहाड़ो में स्वास्थ्य व्यवस्था की कमर तोड़ रखी है, कही अस्पताल है तो डॉक्टर नहीं, कही डॉक्टर है तो दवाई नहीं, प्रदेश में सरकार का ऐसा ढ़रा चल रहा है।

वही ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा ने कहा कि, यदि राज्य सरकार यहाँ पर अस्पताल नहीं चलाना चाहती तो इस बिल्डिंग को ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार करने के लिए लीज पर दे, ताकि सरकारी बिल्डिंग का उपयोग हो सके व बिल्डिंग खण्डर होने से बच सके।