पहाड़ो के दुर्गम इलाकों में राहत सामग्री पहुँचाने में जुटे पत्रकार उमेश कुमार
– कोरोना से लड़ेगा और जीतेगा उत्तराखण्ड: उमेशकुमार
उत्तराखंड। कोविड के इस काल में जमीन से लेकर आसमान से पत्रकार उमेश कुमार लगातार पहाड़ों के दुर्गम से दुर्गम इलाको में राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज वो सबसे पहले टिहरी जिले में हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचे। जहाँ स्थानीय युवा और सामाजिक कार्यकर्ताओं से उन्होंने मुलाकात की। साथ ही ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, पैरासिटामोल और कोविड की राहत सामग्री दी।
आपको बता दें कि, टिहरी जिले के दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि, ये वक्त किसी के लिए भी राजनीति करने का नही है। ये समय सरकार पर अंगुली उठाने का नही है, बल्कि सबको मिलजुलकर इस कोविड से लड़ने का है। उन्होंने कहा कि, वर्तमान मुख्यमंत्री के सामने क़ई चुनौतियां हैं। उन्होंने अभी दो महीने पहले ही सूबे की कमान संभाली है। उनके पास कोई जादुई छड़ी नही है, जो तुरन्त स्वास्थ्य सुविधाएं ठीक हो जाएगी। उनको भी इसको सुधारने में वक्त लगेगा। सबको मिलजुलकर राजनीति से इतर मानवसेवा में लगना होगा।
उन्होंने कहा कि, उनकी कोशिश रहेगी कि, देश विदेश में उनके जितने भी सेलिब्रिटी मित्र हैं, उनके माध्यम से भी उत्तराखण्ड के आम जनमानस की मदद करवाई जाए। अब तक सोनू सूद से लेकर, राज कुंद्रा, शिल्पा सेट्ठी, महिमा चौधरी उनके आवाहन पर मदद के लिए आगे आये हैं। आगे भी उनकी कोशिश जारी रहेगी कि, पहाड़ो के दुर्गम से दुर्गम इलाके में राहत पहुंचाई जाय।
इसके बाद उमेश कुमार अपनी टीम के साथ श्रीनगर गढ़वाल पहुंचे जहाँ केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के युवाओ और सामजिक कार्यकताओं से मुलाकात कर उन्हें कोरोना राहत सामग्री दी। साथ ही रुद्रप्रयाग और उतरकाशी जिलों में जाकर उन्होंने राहत सामग्री पहुंचाई।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि, उनकी पहाड़ परिवर्तन समिति की कुमाऊँ और गढ़वाल मंडल की टीमें ग्राउंडजीरो पर लगातार राहत बांटने का काम कर रही है। वहीं विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण त्वरित राहत पहुंचाने को लेकर उन्होंने हेलीकॉप्टर का माध्यम चुना ताकि जल्द से जल्द ग्रामीण क्षेत्रों तक राहत पहुंचाई जा सके।
कोविड के इस आपदाकाल में जमीन से लेकर आसमान के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाने में पत्रकार उमेश कुमार और उनकी टीम लगातार जुटी हुई है। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में जहाँ राहत सामग्री की आवश्यकता है, वहाँ के लोग भी उमेश कुमार से लगातार सम्पर्क कर रहे हैं और उन तक आवश्यक राहत सामग्री भी लगातार पहुंच रही है।