देवभूमि व्यापार मण्डल अध्यक्ष के मैरिज हॉल पर पुलिस की कार्यवाही, भारी मात्रा में शराब बरामद
रिपोर्ट- दिलीप अरोरा
किच्छा। आज एसएसपी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए किच्छा के सिटी पैलेस में छापा मार भारी मात्रा में शराब बरामद की, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग भी इस कार्यवाही की जमकर प्रशंसा कर रहे है।
दरअसल मामला इस प्रकार है कि, लॉकडाउन के दौरान अंग्रेजी व देशी शराब बेचने की शिकायत एसएसपी को लगातार मिल रही थी, जिस पर आज उनके निर्देश पर एसओजी ने चैकिंग अभियान चलाया तो टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी।
मुखबिर की सुचना पर पुलिस और एसओजी ने चैकिंग अभियान चलाया और चैकिंग के दौरान पुलिस ने एक inova UK06AT7313 और एक scorpio गाड़ी UK04P4526 को पूछताछ के लिए रोका तो उक्त वाहनों से 5-5 पेटी इम्परियर ब्लू की बरामद हुई। जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए गाड़ी में सवार कुल 6 लोगों विक्की, धनंज्य, अशोक, पंकज, हेमू आदि को हिरासत में लेकर सख़्ती से पूछताछ की, जिसके बाद पुलिस ने उनकी निशानदेही पर किच्छा बाईपास स्थित देवभूमि व्यापार मण्डल के अध्यक्ष प्रमोद ठुकराल के बार और मैरिज हॉल सिटी पैलेस पर अचानक छापा मार कार्यवाही करते हुए सिटी पैलेस के टॉयलेट से 46 पेटी शराब की अलग-अलग ब्रांड की बरामद की।
साथ ही एक लाख चौदह सौ रुपये भी बरामद किये। जो की जानकारी के अनुसार शराब बेचकर ही इन लोगो ने कमाए थे। सिटी पैलेस से धर्मेन्द्र गंगवार नाम के अभियुक्त को भी गिरफ्तार कर लिया जो की किच्छा के आवास-विकास का रहने वाला है। इस पूरी कार्यवाही में पुलिस ने कुल 56 पेटी शराब और 7 लोगों को जिनमें 6 लोगों को गाड़ियों से और एक को सिटी पैलेस से गिरफ्तार किया है, साथ ही इनसे 1 लाख 14 हजार रुपए भी बरामद किये है।
इनसे आगे की पूछताछ में पुलिस को पता चला कि, यह लोग किच्छा से रुद्रपुर किच्छा से पंतगर, लालकुंआ व हल्द्वानी तक ऊंचे दामों मे बेचकर अपने इस महामारी के टाइम पर वारे न्यारे कर रहे थे। इस मौजूदा महामारी के समय मे जहां जनता बीमारी से परेशान है। व्यवसायी लॉक डाउन से परेशान हो गए है उनके सामने आर्थिक संकट मंडराने लगा है तो वही इस महामारी मे व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रमोद ठुकराल साहब के सिटी पैलेस से वारे न्यारे किये जा रहे थे।
तो क्या इस कार्यवाही से देवभूमि व्यापार मण्डल के अध्यक्ष प्रमोद ठुकराल का पद जाना तय है या वह खुद इस पर अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए समाजिक दृष्टिकोण से अपने पद से स्तीफा दे देंगे। फिलहाल उनका स्तीफा तो अब बनता ही है। क्योंकि आगे जाँच जारी रहेगी और उनके सिटी पैलेस मे यह सब हो रहा हो और इसकी भनक उनको ना हो ऐसा सम्भव नहीं हो सकता और कही न कही वह मामले को रफा दफा करने मे भी जुट गए होंगे और लगातार अपना फोन घुमा रहे होंगे। या फिर खुद को इस कारनामें से अलग साबित करने की कोशिस जरूर करेंगे।
तो अब आगे की कार्यवाही को देखना बहुत दिलचस्प होगा की ऐसे शक्ति शाली लोगो पर पुलिस की कार्यवाही किस प्रकार होती है। क्योंकि यह भी सामने आना जरुरी है कि, आखिर यह सब कब से चल रहा था और आखिर इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को क्यों नहीं थी। आखिर क्षेत्रीय पुलिस का ख़ुफ़िया तंत्र कैसे फेल हो गया।
फिलहाल जिले के कप्तान साहब द्वारा कार्यवाही करने वाली टीम का हौसला बढ़ाने और सम्मान की दृष्टि से 2500 रुपए की धनराशि पुरस्कार स्वरुप दी गयी है।
खुलासा करने वाली टीम में एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट, मुकेश मिश्रा, का.मनोज कुमार, कुलदीप कुमार, राजेन्द्र कुमार, ललित कुमार, विनोद कन्याल, नवीन भट्ट शामिल थे।