फर्जी पर्चा बनाकर रेमडेसीवीर खरीदने गया युवक गिरफ्तार। हॉस्पिटल के डॉक्टर सहित दो अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
रेमडेसीवीर की कालाबाजारी करने के लिए लोग नित नए तरीके निकाल रहे है। हरिद्वार में एक अस्पताल ने एक कोरोना मरीज के नाम से फर्जी पर्चा बनाकर मेडिकल स्टोर से रेमडेसीवीर खरीदने की कोशिश की। मगर मेडिकल स्टोर संचालक की सूझबूझ से पकड़ा गया। पुलिस ने इस संबंध में हॉस्पिटल के डॉक्टर सहित तीन अन्य युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
हरिद्वार में फर्जी तरीके से रेमडेसीवीर इंजेक्शन खरीदने का मामला सामने आया है। हॉस्पिटल के ही एक डॉक्टर की मिलीभगत से ठीक हो चुके दो मरीजो के नाम पर पर्चा बनाकर मेडिकल स्टोर से रेमडेसीवीर खरीदने की कोशिश की गई। मामला हरिद्वार के कनखल में स्थित एक बड़े संत से जुड़े हॉस्पिटल का है। पायलट बाबा हॉस्पिटल में भर्ती दो कोरोना मरीजो के नाम से डॉक्टर ने पर्चा बनाकर रेमडीसीवीर इंजेक्शन मंगवाया। जबकि मरीज 30 अप्रैल को ही ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर जा चुके थे।
मगर उन्ही मरीजो के नाम से डॉक्टर के हस्ताक्षर और मुहर के साथ रेमडेसीवीर लेने एक युवक जब कनखल स्थित एक मेडिकल स्टोर पर पहुंचा तो मेडिकल स्टोर संचालक को शक हुआ, जिस पर उसने कनखल थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए लड़के को हिरासत में ले लिया। पूरे मामले की जब ड्रग इंस्पेक्टर ने जांच की, इसमें अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत सामने आई। पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर सहित तीन लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर करवाई शुरू कर दी है और इंजेक्शन लेने गए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि, इस गंभीर मामले के बाद ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने कई हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और हॉस्पिटल में सख्त हिदायत दी गई कि, कोई भी कोरोना पॉजिटिव हॉस्पिटल में भर्ती होता है या डिस्चार्ज किया जाता है तो उसकी सारी सूचना विभाग को दी जाए। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।