अब कोविड केयर के लिए बी टीम की जरूरत। डाक्टर और स्टाफ भी होने लगे संक्रमित
– डाक्टरों की कोर टीम से सलाह ले सरकार
– गुणानंद जखमोला
गत दिवस बुधवार को प्रदेश में 6 हजार कोरोना के नये मरीज मिले हैं। 108 लोगों की मौत हो गयी। इस बीच चिन्ताजनक बात यह है कि कई अस्पतालों में डाक्टर और स्टाफ भी कोरोना संक्रमित होने लगे हैं। यानी स्टाफ घट रहा है और मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार के पास प्लान बी होना चाहिए। पता नहीं, अब तक तैयारी हुई या नहीं। मसलन, अब नर्सिंग स्टूडेंट्स, सामजिक संगठन, राजनीतिक दलों की इकाइयां मसलन आरएसएस, कांग्रेस सेवा दल, एनजीओ, आशा वर्करों की भूमिका सुनिश्चित किये जाने की जरूरत है। आयुर्वेदिक डाक्टर व स्टाफ समेत इन सब लोगों को प्रशिक्षित किया जाना चािहए। इसके अलावा वालियंटर्स को भी आगे आना चाहिए।
कई डाक्टरों का कहना है कि, सरकार उनकी सलाह ही नहीं लेना चाहती है। स्वास्थ्य सचिव, मुख्यमंत्री या किसी बड़े अधिकारी को डाक्टरों के साथ बैठ कर प्लान बी पर काम करना चाहिए। तमाम कोशिशों के बावजूद सरकार ने रोजाना मीडिया ब्रीफिंग शुरू नहीं की। महज हेल्थ बुलटिन जारी कर दिया जाता है। इससे आम जनता के कई सवाल सरकार तक पहुंच नहीं रहे। कोरोना को लेकर भय और अफरा-तफरी की एक वजह जनता और सरकार के बीच संवाद की कमी भी है। सरकार को इस दिशा में तेजी से काम करना होगा वरना हालात बिगड़ रहे हैं।