गजब: मुख्यमंत्री के मंत्रालय में चोरी, अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं: मोर्चा
– गृह मंत्रालय ही सुरक्षित नहीं तो कैसे रहेगा प्रदेश सुरक्षित !
– खानापूर्ति के लिए करा दी गई कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज
– गृह अनुभाग -3 है गैर जिम्मेदाराना
विकासनगर। बीते 2-4 दिन पहले गृह अनुभाग- 3 से फाइलें चोरी होने के मामले में सरकार को पहले विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए थी, बाद में कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करनी थी। कहीं ऐसा न हो कि अधिकारियों ने किसी षड्यंत्र के तहत उक्त फाइलों को गायब कर दिया हो। सोमवार को जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि, गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास है। जब उनका विभाग ही सुरक्षित नहीं है तो प्रदेश कैसे सुरक्षित रह सकता है।नेगी ने हैरानी जताते हुए कहा कि सचिवालय जैसे सुरक्षित कार्यालय में जहां पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहती है, वहां से भी फाइल गायब होना, सरकार की बहुत बड़ी नाकामी है। मोर्चा द्वारा पूर्व में डाकपत्थर बैराज की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के मामले में मुख्य सचिव से कार्रवाई की मांग की थी, जिसको मुख्य सचिव द्वारा कार्रवाई हेतु गृह विभाग को भेजा गया था, लेकिन उस फाइल का गृह विभाग में कोई अता-पता नही है। यानि कि उक्त अनुभाग लापरवाही का अड्डा बना हुआ है।
मोर्चा सरकार से मांग करता है कि, साजिश/चोरी के मामले में अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाए।