शंकराचार्य स्वरूपानंद ने सरकार पर लगाया आरोप। कहा चमोली आपदा पर गंभीर नहीं सरकार

शंकराचार्य स्वरूपानंद ने सरकार पर लगाया आरोप। कहा चमोली आपदा पर गंभीर नहीं सरकार

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। चमोली आपदा के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल चमोली आपदा का जायजा लेने पहुंचे। प्रतिनिधि मंडल में यूपी के पूर्व सांसद और विधायक अवतार सिंह भड़ाना और साधु संतों द्वारा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की गई। प्रतिनिधि मंडल द्वारा सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए गए कि सरकार आपदा में राहत कार्यों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिखाई दी। प्रतिनिधि मंडल द्वारा मांग की गई कि, केंद्र सरकार उस कंपनी को निर्देशित करें जिस कंपनी के द्वारा वहां कार्य किया जा रहा था। सभी आपदा पीड़ित परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा दिया जाए।

आपदा क्षेत्र का दौरा कर हरिद्वार पहुंचा प्रतिनिधिमडल यूपी के पूर्व सांसद और विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार चमोली आपदा में राहत कार्यों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नही है। वो शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के निर्देश पर चमोली गए और आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर आपदा पीड़ितों से मिले। सरकार ने आपदा पीड़ितों के लिए कोई व्यवस्था नही की है। केवल राहत के नाम पर दो चार दिन का राशन पीड़ित परिवारों को दिया जा रहा है। पीड़ित लोगों की केवल एक ही माँग है कि, उन्हें उनके लापता परिजनों के शव दे दो, बाकी कोई और माँग वो सरकार से नही कर रहे है।

अवतार सिंह भड़ाना का कहना है कि, सरकार इतने दिन बाद भी आपदा पीड़ितों के परिजनों को राहत नहीं दे पाई है और न ही लापता लोगो के शव ढूंढ पा रही है। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री तक को अवगत करा दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि, यदि सरकार राहत बचाव कार्य और आपदा पीड़ितों की मदद नहीं कर पा रही है, तो शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के मठ और खुद वो आपदा पीड़ितों की मदद करने को तैयार है। इनके द्वारा मांग की गई कि, केंद्र सरकार तुरंत आपदा पीड़ित परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा दे और इसके लिए उस कंपनी को भी निर्देशित करें जो वहां पर कार्य कर रही है।

बता दें कि, चमोली आपदा ने कई परिवारों के दीपक बुझा दिए और कई आज भी लापता है। सरकार द्वारा लगातार उन लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है और सरकार द्वारा दावे किए जा रहे हैं कि, वह पीड़ित परिवार के हमेशा साथ खड़ी है। मगर शंकराचार्य द्वारा भेजे गए प्रतिनिधि मडल द्वारा सरकार पर आरोप लगाए गए हैं कि, सरकार चमोली आपदा में राहत कार्यों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नही है।