ट्रेड लाइसेंस प्रक्रिया पर भड़के पार्षद। दिया व्यापारियों के हितों की रक्षा का भरोसा
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। नगर निगम पार्षदों की आकस्मिक बैठक में व्यापारियों से किसी भी प्रकार का टैक्स लिये जाने एवं ट्रेड लाइसेंस प्रक्रिया का जोरदार विरोध किया गया। पार्षदों ने व्यापारियों के हितों की रक्षा करने का भरोसा दिया, साथ ही नगर आयुक्त पर बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाये बगैर ही एक तरफा कार्यवाही करते हुए मनमानी करने का आरोप लगाया। नगर निगम सभागार में महापौर हेमलता नेगी की अध्यक्षता एवं सहायक नगर आयुक्त की मौजूदगी में आयोजित आकस्मिक बैठक में पार्षदों ने प्रदेश सरकार के द्वारा नगर आयुक्त के माध्यम से व्यापारियों को परेशान करने का आरोप लगाया।
पार्षदों ने कहा कि, वर्तमान में व्यापारी एक तरफ कोरोना संकट से जूझ रहा है, तथा जीएसटी सहित विभिन्न प्रकार के टैक्सों को पहले से ही देता आ रहा है, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने नगर आयुक्त के माध्यम से व्यापारियों के ट्रेड लाइसेंस के सर्वे करवाये जाने की घोषणा की गयी है। नगर आयुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार व्यापारियों से ट्रेड लाइसेंस के नाम पर टैक्स लगाने की साजिश कर रही है। नगर आयुक्त के द्वारा व्यापारियों पर लाइसेंस शुल्क आरोपित करने से पहले न तो सार्वजनिक विज्ञप्ति प्रकाशित की है और न ही व्यापारियों से आपत्ति मांगी गयी है।
पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि, बगैर बोर्ड में प्रस्ताव लाये एवं बगैर पार्षदों की सहमति से व्यापारियों पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगने दिया जायेगा। नगर आयुक्त के द्वारा बगैर बोर्ड की जानकारी के ही आउट सोर्स संस्था को टेंडर दिया गया है। इससे पहले व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने महापौर को ज्ञापन प्रेषित करते हुए ट्रेड लाइसेंस की प्रक्रिया को रोकने की मांग की हैं।
इस मौके पर पार्षद विपिन डोबरियाल, सुखपाल शाह, कमल नेगी, गायत्री भट्ट, गीता नेगी, सोनिया नेगी, विजेता रावत, प्रवेन्द्र सिंह रावत, सूरज प्रसाद कांति, अनिल रावत, अनिल नेगी, गिंदी दास, अनीता मल्होत्रा, आशा चौहान, नईम अहमद, अनिल भट्ट, मनोज पांथरी, जयदीप नौटियाल, जगदीश मेहरा, कुलदीप काम्बोज, पिंकी देवी, अनिल भट्ट, परशुराम, आशा डबराल, कै० गजेन्द्र मोहन धस्माना, पंकज भाटिया, मालती बिष्ट, अंजुम सबा सहित कई पार्षद मौजूद थे।