2021 में होने वाले कुम्भ की तैयारी जोरों-शोरों पर। मेलाधिकारी ने किया निरीक्षण
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। महाकुंभ मेला 2021 के आयोजन में अब कुछ ही समय शेष रह गया है। कुम्भ मेले के सफल आयोजन के लिए शासन-प्रशासन द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार कुम्भ मेले में आने वाले साधु संतों और श्रद्धालुओ को धर्मनगरी हरिद्वार अलग रंग में रंगी नज़र आएगी। इस बार कुम्भ मेले के लिए हरिद्वार में जगह-जगह उत्तराखंड संस्कृति और सनातन धर्म को दर्शाते हुए चित्रों से सजी दीवारे दिखाई देगी। निजी संस्थाओं के द्वारा हरिद्वार में यह कार्य कराया जा रहा है। आज कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत ने जगह-जगह हो रहे इन कलाकृत्यों के चित्रों के कार्यो का निरीक्षण किया। इस दौरान निजी संस्थाओं द्वारा कराए जा रहे चित्रण के कार्यो से मेलाधिकारी संतुष्ट नज़र आए।
हरिद्वार में जगह-जगह हो रहे चित्रकारी के कार्यो का निरीक्षण करने पहुचे मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि, गंगा घाटों के साथ सार्वजनिक जगहों पर, दीवारों पर सार्वजनिक इमारतों पर और हरिद्वार स्थित पुलों पर चित्रकारी का कार्य कराया जा रहा है। जिन स्थानों पर साधु संतों के साथ श्रद्धालु कुम्भ मेले के दौरान भ्रमण करेगे। उन स्थानों पर उन्हें अलग ही प्रदर्शनी इस बार हरिद्वार कुम्भ मेले के दौरान दिखाई देगी। इसमे हमारे द्वारा मुख्य रूप से उत्तराखंड संस्कृति यहां के मठ-मंदिरों के साथ-साथ रामायण महाभारत भगवतगीता के विषयों को शामिल किया गया है। इस चित्रकारी से हरिद्वार आने वाले बच्चो को भी सीखने में मिलेगा। इस बार धर्मनगरी हरिद्वार अलग ही रंग में रंगी नज़र आएगी।
कोरोना संक्रमण की मार झेल रही धर्मनगरी हरिद्वार में इस बार कुम्भ मेले के सफल आयोजन के लिए मेलाधिकारी दीपक रावत द्वारा अलग और नए प्रयोग किये जा रहे है। इस क्रम में निजी संस्थाओं द्वारा धार्मिंक रंगों में हरिद्वार को रंगा जा रहा है। इस धार्मिक चित्रकारी से हरिद्वार के स्वरूप में भी और ज्यादा निखार आता दिखाई दे रहा है। निश्चित तौर पर हरिद्वार में जगह-जगह हो रही यह चित्रकारी कुम्भ के दौरान आने वाले साधु संतों और श्रद्धालुओं के मन को भी मोह लेगी।