मेला प्रशासन से नाराज हुए बैरागी अखाड़ों के संत। कहा नहीं करेंगे शाही स्नान
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। वैष्णव संप्रदाय के बैरागी आणियों अखाड़े के साधु संत कुंभ मेला प्रशासन द्वारा किए जा रहे भेदभाव से काफी नाराज नजर आ रहे हैं। बैरागी अखाड़ों के संतों ने मेला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि, कुंभ मेले के दौरान बैरागी कैंप में होने वाले निर्माण कार्यों को मेला प्रशासन द्वारा नहीं कराया जा रहा है। जबकि सन्यासी अखाड़ा के कार्य मेला प्रशासन करवा रहा है। क्योंकि बैरागी अखाड़ों का मामला कोर्ट में था, मगर अब बैरागी अखाड़ों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है कि, कुंभ से पहले बैरागी कैंप में बैरागी अखाड़ों के मंदिरों को हटाया नहीं जाएगा। इसी को लेकर बैरागी अखाड़ों के संत कार्य ना होने पर कुंभ के स्नान का बहिष्कार करने की भी बात कर रहे हैं, तो वही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने शासन और प्रशासन से बैरागी अखाड़ों के लिए भूमि का स्थाई हल निकले इसकी मांग की है तो वही मेला प्रशासन कार्य ना होने की मुख्य वजह अखाड़ों के नाम भूमि का होना बता रहे हैं।
बैरागी कैंप में कुंभ मेले के कार्य ना होने से बैरागी अखाड़ों के संत काफी नाराज नजर आ रहे हैं और उन्होंने कुंभ मेले में शाही स्नान के बहिष्कार तक की बात कही है। बैरागी संप्रदाय के निर्मोही अखाड़े के श्री महंत राजेंद्र दास का कहना है कि, बैरागी कैंप में बैरागी अखाड़ों के लिए स्थाई निर्माण हो यहां पर कई लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है, उसे हटाना चाहिए। मेला प्रशासन और शासन द्वारा अखाड़ों के लिए जो पैसा दिया गया है उस पैसों से यहां पर कार्य होना चाहिए। इनका कहना है कि, कुंभ मेला अब नजदीक आ गया है मगर यहां पर कुंभ मेले का कोई भी स्वरूप देखने को नहीं मिल रहा है, ना यहां सफाई की व्यवस्था है, ना लाइट की, इन कार्यों के ना होने से सभी बैरागी अखाड़ों के साधु संत नाराज है। अगर हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम कुंभ मेले के शाही स्नान का बहिष्कार भी कर सकते हैं।
तीन बैरागी अखाड़े और वैष्णव संप्रदाय में सभी वैष्णव समाज आता है। बैरागी कैंप वैष्णव समाज के नाम हैं। कुंभ मेले में लाखों की संख्या में वैष्णव संप्रदाय के साधु संत आएंगे और साथ ही उनके भक्त भी 9 देशों के बैरागी संप्रदाय में मंडलेश्वर है। विदेशी लोग आएंगे, कुंभ मेले का काफी कार्य धीमा चल रहा है। लग नहीं रहा है कि कुंभ मेला आने वाला है। अगर अधिकारियों को कोरोना ना हुआ हो तो कुंभ के कार्य को जल्द पूरा किया जाए। इनका कहना है कि, बैरागी अखाड़ों को बैरागी कैंप में जगह दी गई थी और संन्यासियों को अलग जगह, मगर प्रशासन को बैरागी कैंप में अतिक्रमण दिखता है और बैरागी अखाड़ों का ही दिखता है। बाकी उन्हें नहीं दिखता। अगर बैरागी अखाड़ों का स्थाई निर्माण और स्थाई कार्य नहीं किया गया तो हम समय आने पर निर्णय लेने के लिए सक्षम है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि, बैरागी कैंप आज से नहीं अनादि काल से वैष्णव संप्रदाय का मेला लगता है और उनका अधिकार है और हमें जानकारी मिली है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि, कुंभ मेले तक बैरागी कैंप से अखाड़ों को ना हटाया जाए। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि ऐसी कोई व्यवस्था बनाई जाए कि वैष्णव संप्रदाय के तीनों बैरागी अखाड़े स्थाई रूप से यहां बस जाए। हम मानते हैं कि, जमीन सिंचाई विभाग की है और यह समस्या उत्पन्न खड़ी कर रही है। मगर कुंभ मेला हमारी परंपरा का है। स्थाई निवास बनाने से 12 साल में लगने वाले कुंभ में बैरागी अखाड़ों को सुविधा हो सकेगी और इसका समाधान सरकार ही निकाल सकती है और इसके लिए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार कोई समाधान निकालें यह मेरा निवेदन है।
वहीं इस मामले पर कुंभ मेले के अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह का कहना है कि, बैरागी अखाड़ों की नाराजगी मैं उचित नहीं समझता हूं। क्योंकि सरकार द्वारा अखाड़ों को दिए गए पैसे को जहां लगाना है वहां पर अखाड़ों के नाम भूमि होना जरूरी है। बैरागी अखाड़ों के नाम भूमि नहीं है, जिनके नाम भूमि है। उनके खातों में पहली किस्त के माध्यम से पैसा जा चुका है। बैरागी कैंप में कुंभ मेले को लेकर जितने भी कार्य होने हैं वह कोरोना महामारी को देखते हुए निर्णय लिए जाएंगे। क्योंकि कोरोना महामारी एक बार फिर से बढ़ रही है कई देशों में एक बार फिर लॉकडाउन शुरू हो गया है। इसी कारण आने वाले समय में कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए कार्य किए जाएंगे। कुछ मूलभूत सुविधाएं यहां पर होनी है उसके लिए मैं खुद मौके पर आया हूं।
बैरागी कैंप में कुंभ मेला प्रशासन द्वारा कुंभ के कार्य ना किए जाने से बैरागी अखाड़ों के साधु संत मेला प्रशासन से काफी नाराज है और उनके द्वारा अपनी नाराजगी जाहिर भी की गई है, तो वही बैरागी अखाड़ों की नाराजगी को दूर करने कुंभ मेले के अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह मौके पर पहुंचे और मूलभूत सुविधा को जल्द दुरुस्त करने की बात कही, तो वही कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कुंभ मेले मैं बैरागी कैंप मे किस तरह के कार्य किए जाएंगे इसको आने वाले वक्त पर टाल गए।