ऋषिकेश शहर को चार चांद लगाएगा गंगा अवलोकन केंद्र
– महापौर के प्रयास से त्रिवेणी घाट में बनेगा विश्वस्तरीय गंगा अवलोकन केंद्र
– प्रोजेक्ट को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से मिली मंजूरी
ऋषिकेश। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में शहर की छवि के अनुरूप विकास कार्य तेजी से गतिमान है। शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जहां एक ओर संजय झील को विकसित करने की कवायद शुरू हो गई है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम महापौर के प्रयासों से तीर्थ नगरी की हृदय स्थली कहे जाने वाले त्रिवेणी घाट पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का गंगा अवलोकन केंद्र बनाने का रास्ता भी क्लियर हो गया है। इस मेगा प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम महापौर की ओर से केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से ग्लोबल पहचान रखने वाली देवभूमि ऋषिकेश के गंगा तट त्रिवेणी घाट पर बेहद अत्याधुनिक अवलोकन केंद्र स्थापित करने की मांग की गई थी।
इस बाबत महापौर की ओर से केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के उप सचिव को एक पत्र प्रेषित किया गया था। पत्र का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के उप सचिव ओपी मिश्रा ने प्रोजेक्ट मैनेजर नमामि गंगे उत्तराखंड को त्रिवेणी घाट में उपयुक्त स्थान चुनने, उसकी धार्मिक महत्वता और उसमें कितने लोगों का आना-जाना रहेगा की रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं। उक्त जानकारी देते हुए महापौर अनिता ममगाई ने बताया कि, ऋषिकेश में गंगा तट पर गंगा अवलोकन केंद्र की कमी शिद्दत से महसूस की जा रही थी, जिसको देखते हुए उनके द्वारा निगम अधिकारियों से मंथन करने के पश्चात प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई गई। जिसके बाद केंद्रीय जल मंत्रालय को एक पत्र प्रेषित किया गया था।
महापौर के अनुसार इसी कड़ी में प्रोजेक्ट मैनेजर उदय राज द्वारा डीएम देहरादून/चेयरमैन डिस्ट्रिक्ट गंगा कमेटी को ज्वाइंट सर्वे के लिए अनुरोध किया गया है। महापौर के अनुसार तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वह हमेशा प्रयासरत रही हैं। घाटों का डेवलपमेंट उनके घोषणा पत्र में प्रमुखता से शामिल रहा है। गंगा अवलोकन केंद्र पर्यटन की दृष्टि से शहर को चार चांद लगाएगा।