सावधान: अगर आप हरिद्वार में अस्ति विरार्जन कराने जाए तो उससे पहले इस खबर को जरूर पढ़ें

अगर आप हरिद्वार में अस्ति विरार्जन कराने जाए तो उससे पहले इस खबर को जरूर पढ़ें

– अब आधार कार्ड के आधार पर मिलेगी मृतकों को मुक्ति। घाट में देने होंगे 3680 रुपये
– कई लोगों ने किया फरमान का समर्थन तो कई लोगों ने किया विरोध

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। मुक्ति के द्वार हरिद्वार में अगर आप अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कराने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि अब आपको हरिद्वार नमामि गंगे द्वारा बनाए गए चंडी घाट श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने के लिए मृतक का आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा और साथ ही 3680 रुपए आप को अंतिम संस्कार के लिए देने होंगे। यह फरमान चंडी घाट श्मशान घाट प्रबंधक द्वारा सुनाया गया है। इस फरमान को जहां हरिद्वार अंतिम संस्कार कराने वाले कई लोग सही बता रहे है तो कई लोग इस फरमान का विरोध कर रहे हैं। आखिर कैसे किया जाएगा हरिद्वार चंडी घाट श्मशान घाट पर मृत लोगों का अंतिम संस्कार?

हरिद्वार नीलधारा स्थित नमामि गंगे द्वारा बनाए गए चंडी घाट श्मशान घाट पर सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई है। पहले इस श्मशान घाट पर लोगों को अंतिम संस्कार कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, मगर अब श्मशान घाट में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध है। मगर चंडी घाट शमशान घाट प्रबंधक द्वारा अंतिम संस्कार कराने आने वाले लोगों के लिए फरमान जारी किया गया है कि, जिसका अंतिम संस्कार कराने लोग आ रहे हैं। उसका आधार कार्ड साथ लाएं और साथ ही 3680 रुपए अंतिम संस्कार के लिए चंडीगढ़ श्मशान घाट द्वारा दिए जाएंगे।

इसको लेकर चंडी घाट श्मशान घाट के मैनेजर मानसिंह गोस्वामी का कहना है कि, इस श्मशान घाट पर जिसका भी अंतिम संस्कार किया जाएगा। उसका आधार कार्ड लाना अनिवार्य है। जिसमें मृतक का नाम और एड्रेस होगा और साथ ही अंतिम संस्कार के लिए 3680 रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। जिसमें सभी प्रकार की सुविधा हमारे द्वारा दी जा रही है। इस श्मशान घाट में चिता की पूरी राख की जाती है। इससे गंगा भी प्रदूषित नहीं होती। अगर कोई अंतिम संस्कार कराने के बाद अस्थियां ले जाने में सामर्थ ना हो तो उसकी अस्थियों को यहां पर लॉकर में रखा जाता है और जब मृतक के परिजन दुबारा आते हैं तो उनको अस्तिया दी जाती है। इस फैसले का काफी विरोध भी हुआ की श्मशान घाट द्वारा ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं। मगर बाहर इन लोगों को इससे ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं और साथ ही इस श्मशान घाट में लोगों के लिए काफी सुविधाएं भी दी गई है।

चंडी घाट श्मशान घाट पर अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कराने आने वाले कई लोग इस फरमान का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ लोग 3680 रुपए अंतिम संस्कार के लिए ज्यादा बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि, श्मशान घाट द्वारा आधार कार्ड लेना सही है। क्योंकि इससे पता लगेगा कि, शमशान घाट पर किस का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। श्मशान घाट द्वारा लिया जा रहा शुल्क ठीक है। क्योंकि इनके द्वारा यहां पर सारी व्यवस्था की जा रही है। पहले इस श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, नदी में पानी आने के कारण चिता बह जाती थी, मगर अब यहां पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है। वही कुछ लोगों का कहना है कि, श्मशान घाट द्वारा जो शुल्क लिया जा रहा है वो मिडिल क्लास परिवार के लिए तो ठीक है मगर जो गरीब लोग हैं उनके लिए यह शुल्क ज्यादा है उनके लिए शुल्क में कुछ छूट होनी चाहिए।

हरिद्वार चंडी घाट श्मशान घाट प्रबंधक द्वारा लिए गए इस फरमान का जहां कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं तो वहीं लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। क्योंकि चंडी घाट श्मशान घाट पर अब जिसका भी अंतिम संस्कार किया जाएगा। उसका आधार कार्ड अनिवार्य होगा और साथ ही 3680 रुपए भी मृतक के परिजनों को श्मशान घाट में देने होंगे और मुक्ति के द्वार हरिद्वार में तभी मिल सकेगी। मृत आत्मा को मुक्ति जब तक मृतक का आधार कार्ड उसके परिजन साथ लेकर नहीं आएंगे और श्मशान घाट में 3680 रुपए जमा नहीं कराए। अब देखना होगा कि, आने वाले समय में इस फरमान का कितना विरोध होता है।