ग्राम प्रधान तोली बने ग्रामीणों के लिए मिसाल। सस्थानीय लोगों को स्वरोजगार के लिए किया प्रेरित

ग्राम प्रधान तोली बने ग्रामीणों के लिए मिसाल। सस्थानीय लोगों को स्वरोजगार के लिए किया प्रेरित

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। जब कुछ नया करने की मन में जिज्ञासा हो और कर गुजरने के लिए हर संभव संसाधन जुटाने की बात हो तो बहुत से लोग हिम्मत हार जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे जीवट प्रवृत्ति के लोग भी होते हैं जो काम करने में आने वाली बाधाओं से निपटने के लिए जी जान तक लगा बैठते हैं। ऐसे ही ग्राम प्रधान पौडी जिले के सतपुली तहसील, ब्लॉक जहरीखाल के विपिन धस्माना है। जिन्होंने ग्राम प्रधान बनने के बाद लगातार ग्रामीणों के बीच में रहकर गांव की तस्वीर बदलने का हर संभव प्रयास किया। ग्राम प्रधान विपिन द्वारा गांव के लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। साथ ही कृषि क्षेत्र को रोजगार परक बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं से मिलकर अपनी ग्राम सभा की तस्वीर बदलने का प्रयास किया है।

ग्राम प्रधान विपिन द्वारा अपनी ग्राम सभा के किसानों को मसाले की खेती, आयुर्वेदिक पौधों की जानकारी देकर उन्हें औषधीय खेती के लिए प्रेरित करना, इसमें लेमनग्रास, अदरक, हल्दी सहित कई औषधीय वनस्पतियों की सामूदायिक खेती करवा रहे हैं। इसके साथ-साथ पहाड़ी दालों गहत, उड़द की स्थानीय किसानों से ही खेती करवा कर उनके लिए बाजार की व्यवस्था भी करवाई है। यही नहीं ग्राम प्रधान विपिन में कोविड-19 के दौरान प्रवासी लोगों को भी स्वरोजगार से जोड़ने का भी भरपूर प्रयास किया है।

समृद्ध ग्राम किस तरह का हो, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्थानीय संसाधनों के उपयोग कर स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना ही उद्देश्य हो गया है। यही नहीं ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा और शिक्षा के विकास के लिए लगातार प्रयास में जुटे हैं। ग्राम प्रधान विपिन का मानना है कि, जब गांव में संसाधन है उन संसाधनों का उपयोग कर पलायन को रोकने में मदद तो मिलेगी ही साथी लोग बेरोजगारी से भी मुक्त हो जाएंगे। अपने कार्यकाल के दौरान उनका पूरा प्रयास होगा कि, जो ग्रामीण उनकी ग्राम सभा से और बाहरी राज्यों में स्थाई रोजगार से नहीं बंधे हैं, उन्हें ग्राम स्तर पर स्वरोजगार और खेती मे रोजगार की संभावना से जोड़ने का प्रयास होगा। एक दिन वह अपने गांव को संपन्न और सुखी बनाने में सक्षम हो पाएंगे।