हर्बल गार्डन और नक्षत्र वाटिका बदहाल
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज की पनियाली मल्ली बीट में हरित विकास योजना के तहत बनाए हर्बल गार्डन और नक्षत्र वाटिका देखरेख के अभाव में पूरी तरह से बदहाल हो गये हैं। पार्कों में हर समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। जिस कारण सुबह शाम सैर के लिए जाने वाले लोगों ने भी वहां जाना छोड़ दिया है। हरित विकास योजना के अंतर्गत साल 2009-10 में लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत पनियाली बीट में नक्षत्र वाटिका एवं हर्बल गार्डन निर्माण को स्वीकृति मिलते ही एक करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी गई।
5 अगस्त 2010 को प्रदेश के तत्कालीन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दिवाकर भट्ट ने वाटिका व गार्डन निर्माण कार्य का शिलान्यास कर दिया था। शुरूआत में नक्षत्र वाटिका और हर्बल गार्डन में बुजुर्ग बच्चे व महिलाएं सुबह और शाम टहलने के लिए जाया करते थे। साथ ही दोनों बगीचों की देखरेख को विभाग की ओर से तीन कर्मियों को तैनात किया गया था। शासन उक्त कर्मियों के मानदेय के साथ ही दोनों बगीचों की देखरेख को भी धनराशि अवमुक्त कर रहा था। लेकिन अब लंबे समय से बगीचों की देखभाल के लिए धनराशि अवमुक्त न होने के कारण इन बगीचों की देखरेख भी नहीं हो पा रही है।
जिससे दोनों पार्कों की हालत दयनीय हो गई है। वाटिका में लगाए पौधे और लोकार्पण पट गायब हो गया है। लोगों के बैठने के लिए बनाई बेंच और जॉगिंग ट्रैक जर्जर हाल में पहुंच गया है। वाटिका का हर कोना शराब और जुआरियों का अड्डा बन गया है। जिस कारण लोगों ने पार्कों में जाना छोड़ दिया है।