दुष्कर्म पीड़िता के परिवार को मिली जान से मारने की धमकी। फैंसले के लिए आरोपी बना रहे दबाव
रिपोर्ट- संदीप चौधरी
रुड़की। रूड़की की मंगलौर कोतवाली के कर्नल एनक्लेव निवासी दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग युवती व उसके परिजनों ने आरोपी पक्ष पर उसके पिता को झूठे मुकदमें में फंसाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी देने के भी आरोप दूसरे पक्ष पर लगाये हैं और पत्रकार वार्ता कर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
आपको बता दे कि, मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के कर्नल इंक्लेव निवासी एक नाबालिक किशोरी से पड़ोस के रहने वाले 40 वर्षीय व्यक्ति ने फरवरी माह में दुष्कर्म कर लिया था। पीड़िता के पिता की ओर से दर्ज मुकदमें के बाद आरोपी अजय पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था और वहां से उसे जेल भेज दिया गया था। तब से आरोपी जेल में ही है। वहीं 2 जुलाई को आरोपी पक्ष की ओर से आरोपी के परिजनों ने मंगलौर कोतवाली में एक तहरीर देकर पीड़िता युवती के पिता पर आरोपी की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
इस मामले में पीड़िता किशोरी और उसके परिजनों ने पत्रकार वार्ता की, जिसमें आरोप लगाया कि, उसके पिता को झूठे मामले में फंसाने के लिए ये सब षडयंत्र रचा गया है। पीड़िता के अनुसार जिस समय की ये घटना दर्शाई गई है, उस समय वह उसकी बहन और पिता सभी लोग वकील के पास थे जिसके सीसीटीवी फुटेज भी उनके पास है। जिससे साफ जाहिर होता है कि, उन्होंने उन पर दबाव बनाने के लिए ये सब झूठा षड्यंत्र रचा है। पीड़िता की बहन ने बताया कि, आरोपी पक्ष की ओर से कुछ लोग फोन पर उन्हें जान से मारने की भी धमकियां दे रहे हैं। जिससे उन्हें व उनके परिवार को खतरा है। साथ ही समझौते के लिए भी दबाव बना रहे हैं।
पीड़िता की मां ने कहा कि, उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। अगर उनके परिवार को इंसाफ नही मिलता तो उनके पास अब आत्महत्या के अलावा कोई और रास्ता नही है।
वहीं इस पूरे मामले में एसपी देहात स्वप्नकिशोर सिंह का कहना है कि, कुछ दिनों पहले मंगलौर कोतवाली में 376 और पोक्सो एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें विवेचना की जा रही है। साथ ही साथ संज्ञान में आया है कि, दूसरे पक्ष ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा है कि, उनके पास अपने पक्ष की सच्चाई को लेकर सीसीटीवी फूटेज भी हैं। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नही जाएगा।