नाबालिग को भगाने में विवाहित का हाथ। मामला पहुंचा महिला आयोग
रिपोर्ट- विशाल सक्सेना
रामनगर। जिले में लगातार नाबलिगा के साथ अप्रिय घटनाएं सामने आ रही है। रामनगर में एक दंपति ने राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी के कार्यालय पहुंचे दंपती ने रोते हुए पुत्री की बरामदगी की गुहार लगाई। दंपति का कहना है कि, पुलिस ने उनकी नाबालिग बेटी के अपहरण को गंभीरता से नहीं लिया। वह लगातार पुलिस के चक्कर काट रहे है। राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद अब पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
दंपती ने बताया कि, उनकी तीन पुत्रियां कुछ दिन पूर्व अपनी नानी के घर धान लगाने गई थीं। शनिवार की रात तीन बजे उसकी सबसे छोटी नाबालिग पुत्री को गांव का ही एक विवाहित युवक अपने साथ भगा ले गया। वह सातवीं कक्षा की छात्रा है। उन्होंने आरोपी युवक से पूछताछ की उसने पुत्री को नहीं लौटाने की बात की और उन्हें धमकी दी। बताया जा रहा है कि, आरोपी के दो बच्चे है। पुत्री को भगाने में आरोपी की बहन का हाथ भी है।
इस मामले में वह शिकायती पत्र लेकर मालधन पुलिस चौकी गए थे। लेकिन मालधन पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ते हुए जसपुर का मामला बताकर उन्हें वापस भेज दिया। जब जसपुर पहुंचे तो जसपुर पुलिस ने घटनास्थल रामनगर का बताकर रामनगर वापस भेज दिया। अब वह पुलिस के चक्कर काट रहे है। जिसके बाद वह अमिता लोहनी के पास गये। अमिता लोहनी ने कोतवाल रवि सैनी को फोन करके घटना की जानकारी दी। पुलिस ने कार्यवाही का भरोसा दिलाया। वहीं पीडि़त पक्ष ने आरोपी मंगत सिंह, उसके पिता गुरमीत सिंह, माता छीलो बाई और बहन छींदी कौर के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।