गुड़ न्यूज़: जुबानों को छोड़ बेजुबानों का सहारा बनी सोनिया की गूंज

जुबानों को छोड़ बेजुबानों का सहारा बनी सोनिया की गूंज

– लोग रोजाना राशन ले-लेकर अपने पास कर रहें इकट्ठा
– कोरोना पर बनाया गीत लोगों को आया पसन्द

देहरादून। बीते 22 मार्च से देश व राज्य में लॉकडाउन जारी है। जिसका खासा असर निम्न आय वाले लोगों पर, दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों पर पड़ा है। पूरे विश्व में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते आंकड़ो व महामारी से हो रही मौतों को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा देश में एक दिन का लॉकडाउन किया गया था, फिर कोरोना से बचाव एवं निजात पाने के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया गया। जिसके कारण प्राइवेट नौकरी वाले व छोटे-मोटे काम काज करने वाले लोग अपनी व्यवस्था को नहीं बना पाए। जिस वजह से उन्हें आज मंदी के दौर से गुजरना पड़ रहा है और खाने को मोहताज है।

जिसे देखते हुए भाजपा सरकार ने मोदी किचेन के नाम से जरूरतमंद लोगों तक भोजन पहुंचाने के लिए मुहिम चलाई और मजबूर लोगों में भोजन वितरित करना शुरू किया व सरकार द्वारा आवश्यक सामग्री भी बांटी गई। इसी कड़ी में कई एनजीओ और संस्थाएं भी इस काम में जुट गई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस में जरूरतमंदों को राहत व खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिऐ लगातार समाजसेवियों और दानदाताओं का कारवां बढ़ रहा है। हर कोई किसी ना किसी माध्यम से मजदूरो और गरीबो को राहत पहुंचाने मे लगा हुआ है।

देखिये सोनिया आनंद के साथ एक खास बातचीत

 

इसी कड़ी में बीते कुछ समय से गूंज संस्था की संस्थापक एवं उत्तराखंड की प्रसिद्ध गायिका डॉ सोनिया आनंद रावत भी जुग्गी-झोपड़ियो, बस्तियों में रह रहे लोगों तक राहत सामग्री (कच्चा राशन) संस्था कार्यकत्री द्वारा तैयार किये गए मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि परिवारों में बांट रही हैं। लेकिन कुछ समय से उन्होंने जरूरतमंदों में राशन सामग्री वितरित करना बंद कर दिया है।

सोनिया ने बताया कि, काफी समय से सोशल मीडिया और अख़बारों के माध्मय से ऐसी खबर देखने-सुनने को मिल रही है कि, कुछ लोगों ने इस संकट की घड़ी में अपने घर भरना शुरू कर दिया है। क्योंकि सरकार व कई लोग उन्हीं जगहों पर राशन बांट रहे है साथ ही पका हुआ भोजन भी वितरित कर रहें है ऐसे में जब पका हुआ भोजन सुबह शाम मिल रहा है तो लोगों को भोजन पकाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही और उनका राशन ज्यों का त्यों ही बचा हुआ है। बावजूद इसके फिर भी लोग रोजाना राशन ले-लेकर इकट्ठा कर रहें है।

सोनिया ने बताया कि, इसलिए अब उन्होंने राशन बांटना बंदकर एक नई मुहिम चलाई है। जिसमें वह जगह-जगह सड़को पर घूम रहे आवारा कुत्तों व पशुओं को रोजाना खाना खिलाती है। उनके पीने के लिए पानी की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि, इस महामारी और लॉकडाउन के चलते इंसान हो या जानवर इससे सभी प्रभावित हुए है। एक ओर जहां इंसान खाने के लिऐ दर-दर भटकने को मजबूर है, तो वही वन्य जीव भी इस महामारी में भूख से अछूते नहीं रहे। वन्य जीवो के सामने भी इस महामारी में भूखे मरने की नौबत आ गयी है। जगह-जगह देखा जा रहा है कि, आवारा पशु, कुत्ते, बंदर खाने के लिऐ सड़कों पर भटक रहें है।

इसलिए वह रोजाना उनके खाने, पीने के पानी की व्यवस्था कर रहीं है। साथ ही संस्था कार्यकत्री द्वारा तैयार किये गए हैंडमेड मास्क लोगों में बांट रही है। जिसे एक बार इस्तेमाल करने के बाद आसानी से धोकर दुबारा भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना से बचाव के तरीके बताने के साथ ही वह घरों में रहने का सुझाव भी दें रहीं हैं। बता दें कि, इन दिनों सोनिया ने कोरोना पर एक गीत भी बनाया है। जिसे उनकी बेटी हर्षिता रावत ने गाया है। जिसे कई लोगों ने पसंद भी किया है। गीत के बोल कुछ यूं है- टिक-टिक, टिक-टिक कसम ये खाएंगे, टिक-टिक, टिक-टिक कोरोना टिक न पाए। लिंक पर क्लिक करके इस गाने को आप सुन सकते है।