जंगली सुअर के हमले से बुजुर्ग की मौत। गांव में दहशत का माहौल
रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद
रुद्रप्रयाग। कोरोना जैसी महामारी से जहां पूरा भारत लॉकडाउन है। वहीं अब जंगली जानवर गांव घरों और आबादी वाले क्षेत्रों में घूमने लगे हैं। जंगलों से निकलकर गांव सड़कों पर आ रहे है। इसी के चलते रुद्रप्रयाग जनपद के विकासखंड अगस्तमुनि क्योंज घाटी में एक बुजुर्ग को जंगली सूअर ने लहूलुहान कर मौत के घाट उतार डाला। पूरी घटना अगस्त्यमुनि विकासखंड के बाडव गांव की है। जहां गांव के ऊपर जंगल में अपनी 60 बकरियों को चुगाने गए 70 वर्षीय बुजुर्ग कुंदन सिंह नेगी पुत्र गमफाल सिंह को दोपहर करीब 2 बजे घात लगाए जंगली सूअर ने हमला कर दिया।
बता दें कि, सुअर के हमले में बुजुर्ग व्यक्ति बुरी तरह से लहूलुहान हो गया। बुजुर्ग के चिल्लाने और शोर मचाने पर आस-पास के ग्रामीण जब मौके की तरफ पहुंचे तो देखा जंगली सूअर बुजुर्ग के शरीर को क्षत-विक्षत कर रहा था, ऐसे में बुजुर्ग को बचाने के लिए घटनास्थल की ओर दौड़े तो जंगली सूअर बुजुर्ग को छोड़कर भाग गया। ग्रामीणों बुजुर्गों को आनन-फानन में गांव की तरफ लाए और अस्पताल ले जाने की तैयारी ही कर रहे थे कि, इतने में बुजुर्ग कुन्दन सिंह ने जंगल में ही दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरे गांव में भारी दहशत का माहौल बना हुआ ।
उधर कुन्दन सिह की 60 बकरियां भी गायब हो गई हैं। समस्त ग्रामीण बकरियों की ढूंढ-खोज में लगे हैं। ग्रामीण शत्रुघन सिंह नेगी ने बताया कि, पूर्व में भी कई बार जंगली जानवरों द्वारा पशुओं का नुकसान किया जा चुका है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई रोकथाम की कार्रवाई नहीं की गई। गाँव के प्रधान महावीर सिंह, अगस्त्यमुनि में ग्रामीण मंडल के महामंत्री उत्तम राज नेगी एवं शत्रुघन सिंह नेगी ने शासन प्रशासन से मृतक व्यक्ति के लिए उचित मुआवजे की मांग की है।