अब जिलास्तरीय अधिकारी करेंगे उद्यमियों के साथ अच्छा व्यवहार: मुख्यमंत्री

अब जिलास्तरीय अधिकारी करेंगे उद्यमियों के साथ अच्छा व्यवहार

 

देहरादून। प्रदेश के मुख्या त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उद्यमियों से मेरा सामाजिक दायित्व (माई सोसियल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत प्रदेश में शिक्षा एवं स्वास्थ्य की बेहतरी के लिये सहयोगी बनने की अपेक्षा की है। उन्होंने प्रदेश में उद्योगों को सुविधायुक्त वातावरण प्रदान करने, उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिये भी सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। बीते शुक्रवार को सचिवालय में इंडस्टस्ट्रीज एशोसियेशन ऑफ उत्तराखण्ड (आईएयू) के प्रतिनिधियों एवं शासन के उच्चाधिकारियों के साथ एशोसियेशन की समस्याओं एवं सुझावों पर कार्यवाही किये जाने सम्बन्धी बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश में उद्योगों के अनुकूल नीतियां निर्धारित किये जाने के बावजूद भी उद्यमियों की कोई समस्या हो तो उसका त्वरित समाधान किया जाना चाहिए।

सीएम त्रिवेन्द्र ने आईएयू द्वारा प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के साथ ही उद्यमियों की विभिन्न समस्याओं एवं सुझावों पर त्वारित कार्यवाही हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये। श्रम, उद्योग एवं सिडकुल, साडा से सम्बन्धित समस्याओं के निराकरण हेतु नियमित रूप से उद्योग मित्र की बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री रावत ने सख्त निर्देश दिये है कि, जिलास्तरीय अधिकारी उद्यमियों के साथ अच्छा व्यवहार करें। उनकी समस्याओं का समाधान करें। श्रम, उद्योग एवं सिडकुल आदि, उद्यमिता विकास से जुड़े जिलास्तरीय अधिकारियों के कार्य व्यवहार की जांच करने के भी निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से अपेक्षा की है कि, वे समय-समय पर अपनी समस्याओं से विभागीय प्रमुखों को भी अवगत कराये ताकि औद्योगिक विकास मे तेजी आ सके। उद्यमियों का ऊधम सिंह नगर की भांति मेरा सामाजिक दायित्व के तहत प्रदेश में शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतरी के लिये कार्य करने का आह्वान किया। उधमसिंह नगर में इस योजना के तहत 1100 स्कूलों को 528 स्कूलों में संयोजित कर उन्हें उद्यमियों द्वारा गोद लेकर इनमें परिवहन, स्मार्ट क्लास तथा अध्यापकों की संख्या दुगनी करने के साथ ही पढ़ाई का बेहतर वातावरण सृजित किया गया है। इसी प्रकार जनपद के 08 अस्पतालों का उच्चीकरण कर उन्हें हाईटेक बनाया गया है। अन्य जनपदों में भी इस प्रकार के प्रयास करने की उद्यमियों से अपेक्षा की।

सीएम रावत ने एशोसियेशन की मांग पर प्रत्येक जनपद में ईएसआई अस्पताल के लिये भूमि उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। साथ ही हरिद्वार व उधम सिंह नगर में ईएसआई हॉस्पिटल की स्वीकृति के लिये केन्द्रीय श्रम मंत्री से वार्ता करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि, उद्यमियों के व्यापक हित में ग्रिवास कमीटी भी गठित की गई है। यहां भी वे अपनी समस्याये रख सकते हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार केएसपंवार, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, आनन्द वर्धन, सचिव नीतेश झा, सौजन्या, हरवंश चुघ, महानिदेशक उद्योग एल फैनई, एमडी सिडकुल एस.ए मुरूगेशन के साथ ही आईएयू से पंकज गुप्ता, राजीव अग्रवाल, अनिल गोयल, राजीव बैरी, एससी मित्तल, संजीव कुमार आदि उपस्थित थे।