लोकगायिका गीता कुमोला ने किया मदमहेश्वर डोली गीत का विमोचन
– गीत के माध्यम से दर्शाया बाबा की संस्कृति को
रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड की लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने में गढ़वाली गीतों का अहम योगदान रहा है। लोक गीतों के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति को लोक गायकों ने आगे बढ़ाया है। वहीं रुद्रप्रयाग के मदमहेश्वर मंदिर में लोक गायिका गीता कुमोला द्वारा भगवान ओम्कारेश्वर डोली यात्रा का विमोचन किया गया।
जिसमें भगवान मदमहेश्वर की यात्रा को लेकर विवरण किया गया है। जिसके निर्देशक संजय वंशिका कुमोल, गीतकार कुलदीप कुमोला और छायाकार बबलू जंगली है। साथ ही इस अवसर पर गीता कुमोला ने बताया कि, मेरा जन्म बाबा मदमहेश्वर की जन्म भूमि ऊखीमठ में हुआ है, और सदैव से ही बाबा मदमहेश्वर की हम पर कृपा रही है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, इस मदमहेश्वर डोली यात्रा में उन्होंने मदमहेश्वर बाबा की संस्कृति, हक हकूकधारी और पुजारियों को दर्शाने की कोशिश की है। वहीं इस गीत का विमोचन जीके फिल्म्स के माध्यम से किया गया है।