भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

 

अम्बेडकरनगर। माडर्न मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक एसोसिएशन आफ इण्डिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद जमाल अहमद अंसारी ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अम्बेडकरनगर सिंह प्रताप देव द्वारा अकबरपुर कोतवाली में दर्ज कराए गए धोखाधड़ी के मुकदमा को झूंठा, निराधार और फर्जी मामले में फंसाने की साजिश करार दिया है।

 

● उन्होंने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव पर भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने और पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी को उपरोक्त सम्बंध में जांच टीम गठित करके प्रकरण की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुए एक प्रार्थना पत्र सौंपकर ध्यानाकर्षण कराया गया है। जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच सौंप दिया है। जिसमें जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव पर लगभग 6 महीने से लगातार फर्जी मुकदमों में फंसाने व परेशान करने की गंभीर साजिश का आरोप लगाया गया है।

 

 

● जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव के खिलाफ भ्रष्टाचार, अवैध धन उगाही व अन्य जनपदों में तैनाती के दौरान विभाग में घपलों घोटालों से सम्बंधित लगभग दर्जन भर से अधिक आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। जिले में तैनाती के दौरान से ही वर्तमान जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव शिक्षकों से अवैध धन उगाही व शोषण के काम में लिप्त हैं। जिससे सम्बंधित शिकायतें शासन में जांच और कार्यवाही के लिए विचाराधीन हैं।

 

 

● एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद जमाल अहमद अंसारी की शिकायत पर शासन ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव को दोषी पाया और प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव को बर्खास्त करके दूसरे अधिकारी की तैनाती की मांग शासन से की है। वर्तमान में इनके स्थानांतरण की प्रक्रिया शासन में चल रही है।

 

 

● उसी की जांच कार्यवाही से बचने के लिए व शिकायत कर्ता को परेशान करने की नियत से शासन और प्रशासन को गुमराह करने के लिए जान बूझकर फर्जी मुकदमें में फंसाया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद जमाल अहमद अंसारी ने कहा कि अकबरपुर कोतवाली में दर्ज फर्जी मुकदमे की उच्च स्तरीय जांच करायी जाय, जिससे सच्चाई का पर्दाफाश हो सके।