एक बार फिर उत्तराखण्ड शासन के आईएएस सचिव पर योन उत्पीड़न का आरोप

एक बार फिर उत्तराखण्ड शासन के आईएएस सचिव पर योन उत्पीड़न का आरोप…..

– पीड़ित महिला ने लगाई राष्ट्रपति से पुत्र सहित इच्छामृत्यु की गुहार…

देहरादून। उत्तराखण्ड शासन के सचिव सुशील कुमार पर उत्तरप्रदेश की महिला ने योन शोषण का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि, सुशील कुमार सचिवालय में राजस्व, खाद्य आपूर्ति के सचिव है। साथ ही इनके पास कई अहम विभागों की जिम्मेदारी है।

वैसे यह कोई नई बात नहीं है। सीएम के नौकरशाहों पर इस तरह के गम्भीर आरोपों से प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। लेकिन ऐसा पहली हुआ है, जहां एक ओर सीएम नौकरशाहों को नैतिकता का पाठ पढा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अफसर अपनी रंगरलियो में मशगूल हैं। न जाने ऐसे कितने अधिकारी व सचिव है, जिन पर इस तरह के आरोप लगना शासन के लिए एक आम बात हो गया है।

 

पाठको को बता दें कि, सुशील कुमार पर एक महिला के साथ धोखाधड़ी से शादी करने का आरोप है। मामला तब प्रकाश में आया जब उत्तरप्रदेश के बिजनोर जिले में रहने वाली एक पीड़ित महिला ने अपना एक वीडियो बनाकर खुद सोशल मीडिया पर वायरल किया। वायरल वीडियो में महिला अपने पांच साल के बच्चे को गोद में बैठाकर राष्ट्रपति से सवयं बेटे समेत इच्छा मृत्यु का अधिकार दिए जाने की गुहार लगा रही है। महिला की वीडियो वायरल होने के बाद से नौकरशाही से लेकर राजनीतिक गलियारों में भी काफी हलचल मची हुई है।

– आखिर कब तक महिलाएं होंगी योन उत्पीड़न की शिकार…

महिला के मुताबिक वह एक राजकीय शिक्षिका है। वर्ष 2012 में महिला के माता और पिता दोनों की मृत्यु हो गई थी। माता पिता की मृत्यु के बाद उसकी परवरिश का जिम्मा उसके परिजनों के ऊपर आगया था। तभी किसी परिचित व्यक्ति की मध्यस्थता के बाद परिजनों ने 19 अगस्त 2012 को पीडित महिला की शादी सुशील कुमार से करवा दी। सुशील कुमार एक आईएएस अफसर हैं, जो कि, उत्तराखण्ड सचिवालय में सचिव के पद पर तैनात हैं।

 

आपको बता दें कि, सुशील कुमार का पीड़ित महिला से एक बेटा है, जो की अभी पांच वर्ष का है। बावजूद इसके मौजूदा समय में भी महिला गर्भवती है। पीड़ित महिला का आरोप है कि, सुशील कुमार शादी के बाद उसे कभी अपने पैतृक घर (सरकारी आवास) में नहीं ले गए और न ही सुशील ने कभी महिला को एक पत्नी का दर्जा दिया। महिला ने बताया कि उसे मालूम चला है कि, सुशील की पहले भी शादी हुई थी।

– आईएएस सुशील ने नहीं दिया महिला को पत्नी का दर्जा…

महिला का कहना है कि, सुशील ने मेरे साथ धोके से विवाह रचाया। बीते 15 दिन पूर्व जब महिला ने सुशील पर खुद को साथ ले जाने के दबाव बनाया तो सुशील ने महिला संग लड़ाई-झगड़ा किया और धमकी देते हुए देहरादून चले गए। अब जबकि पीड़ित महिला दूसरी बार गर्भवती है, बावजूद इसके सुशील ने देहरादून जाने के बाद महिला से सम्पर्क तोड़ दिया। मजबूर होकर के महिला को यह कदम उठाना पड़ा, और राष्ट्रपति से पुत्र सहित इच्छा मृत्यु की मांग की।

इस प्रकरण पर सचिव सुशील कुमार का कहना है कि, अरे महिला ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं उसका हस्बैंड हूँ। अभी बिजनौर के लिए निकालता हूँ। प्लीज, आप समाचार प्रकाशित मत करिए।
– सुशील कुमार, सचिव उत्तराखण्ड शासन।