कुत्ते को काटने पर मालिक ने की गुलदार की हत्या….
देहरादून। दिनांक- 08/08/2019 दिन बृहस्पतिवार को वन विभाग द्वारा एक बड़ा खुलासा सामने आया है। बीते कुछ दिनों से गुलदारों की हत्या की ख़बरें सुनने को मिल रही थी, कि, एक और गुलदार की हत्या होने पर वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
आपको बता दें कि, लैंसडौन वन प्रभाग कोटद्वार के लालढांग रेंज के अंतर्गत विगत दिनांक-02/08/19 को मादा गुलदार के शव पाए जाने के क्रम में लालडांग रेंज के स्टाफ व वन प्रभाग की एसओजी टीम द्वारा प्रभागीय वन अधिकारी लैंसडौन व वन प्रभाग कोटद्वार के निर्देशन में घटनाक्रम से जुड़े तथ्यों की जांच एवं छानबीन की गई।जिसके फलस्वरूप दिनांक-06/08/2019 को घटनास्थल से लगभग 100-150 मीटर की दूरी पर एक सड़ा गला शव बरामद हुआ। जिसको जांच हेतु वन्यजीव संस्थान देहरादून में भेजा गया।
आसपास के क्षेत्रों में पुनः जांच एवं पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान मालूम चला कि, कुछ दिन पहले लगभग दिनांक- 27-28 जुलाई को सुखपाल नाम के व्यक्ति के घर में एक कुत्ता गुलदार द्वारा मारा गया था। इसी जानकारी के क्रम में टीम ने तुरंत सुखपाल नामक व्यक्ति से संपर्क किया। जिससे पूछताछ के दौरान मालूम पड़ा कि, सुखपाल नाम के व्यक्ति द्वारा दो कुत्ते पाले गए थे। जिनमें एक मादा व दूसरा उसका शवक था। सर्वप्रथम गुलदार द्वारा कुत्ते के बच्चे पर हमला किया गया था। लेकिन कुत्ते का बच्चा गुलदार के चंगुल से किसी तरह बच तो निकला लेकिन थोड़ा घायल हो गया था। कुछ दिन पश्चात गुलदार द्वारा पुनः मादा कुत्ते पर हमला किया गया और गुलदार उसे अपने साथ जंगल में ले गया।
कुत्ते के बच्चे पर घाव होने के कारण कीड़े पड़ गए थे, तो सुखपाल द्वारा घांवों के कीड़े मारने हेतु कुत्ते के शवक पर कीटनाशक दवाई डाली गई, जिससे अगली सुबह कुत्ते के शवक ने दम तोड़ दिया, जिसको की सुखपाल ने पास ही के जंगल में जानबूझकर फेंक दिया। सुखपाल के ऐसा करने पर गुलदार ने शवक को खाया और उसकी मृत्यु हो गई। वन प्रभाग व एसओजी की टीम ने तुरंत मुख्य अभियुक्त सुखपाल को गिरफ्तार कर लिया, जिसे मा० न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। टीम द्वारा बताया गया कि, प्रकरण की विस्तृत जांच अभी जारी है।
टीम के सदस्यों में रविंदर पाल वंचित अधिकारी लालढांग रेंज, पूनम कैंथोला वन क्षेत्राधिकारी लैंसडाउन रेंज, दिनेश चंद्र घड़ियाल वन क्षेत्राधिकारी, एसओजी टीम प्रभारी अनुराग जुयाल,
सदस्य:- राहुल चमोली वन आरक्षी, भूपेंद्र रौतेला वन आरक्षी, राकेश दै० चालक, इसके अतिरिक्त अशोक कुमार वन दरोगा, वीरेंद्र चौधरी वन आरक्षी, विनोद बिंजोला वन आरक्षी, आदि शामिल थे।