आँखें मूंदे बैठे क्षेत्रीय विधायक
देहरादून। लोनिवि विभाग की अनदेखी दुर्घटनाओं को न्योता दे रही है। करीब दो साल से विधानसभा सहसपुर के परवल गांव में 3 किमी लंबी सड़क जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। यह सड़क परवल से ठाकुरपुर ईस्ट हॉप टाउन की ओर जाने के लिए एक मुख्य मार्ग का काम करती है।
कई बार क्षेत्रीय प्रधान ने लोनिवि विभाग में सड़क का सौन्दर्यकरण कराने की मांग की लेकिन विभाग उन्हें हर बार हिलाहवाली देते हुए ही नजर आया। इस 3 किमी लंबी सड़क से गुजरने में जहाँ 5 मिनट का समय लगना चाहिए आज वहां 25 मिनट का समय लगता है क्योंकि, सड़क पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए है जिन्हें देख तो यही लगता है कि सड़कों में गड्ढे नहीं गड्ढ़ों में सड़के है।
इस टूटी हुई सड़क से गुजरने में स्थानीय लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसातों में तो और भी बुरा हाल रहता है जब इन गड्ढ़ों में बरसात का पानी भर जाता है तो मालूम ही नही पड़ता कि कहां गड्ढा है और कहां नहीं जिसकी वजह से अक्सर बरसात के दौरान यहां से गुजरने वाले लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते है और चोटिल भी। आपको बतादें की इसी मार्ग पर दो स्कूल भी है अब आप ही अनुमान लगा सकते है कि पैदल स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों एवं आने जाने वाले ग्रामीणों और वाहनों को कितनी परेशानी उठानी पड़ती होगी। विभाग द्वाराहर बार इस मार्ग को छोड़ दिया जाता है।
क्षेत्रीय प्रधान का कहना है कि, ग्राम पंचायत द्वारा इस मार्ग पर मलवा भराया गया था जो विभाग द्वारा हटा दिया गया और कहा गया कि बरसात के बाद यह रोड बनाया जाएगा। लेकिन आज तक यह रोड नहीं बनाया गया। जिला पंचायत द्वारा कई बार विभाग को सूचित किया गया। लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं कि गई और विभाग के निर्देश पर द्वारा दुबारा इस रोड में पंचायत द्वारा मलवा डाला गया लेकिन फिर भी आज तक कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है। अब इन अधिकारियों की मुंदी आंखों की मंशा तो वही जाने लेकिन क्षेत्रीय विधायक द्वारा भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। टूटी सड़क और इस पर बने गड्ढे दुर्घटना का कारण इसलिए भी बन रहे है क्योंकि, इस मार्ग पर ही बिजली के खम्बे तो है लेकिन उन पर लाइट नहीं है।
3 किमी लंबी सड़क पर लगभग 50 खम्बे लगे है लेकिन किसी भी खम्बे पर स्ट्रीट लाइट नहीं लगी हुई है। शाम होते ही घना अंधेरा छा जा जाता है जिस वजह से बच्चों और महिलाओं को रात के समय वहाँ से गुजरने में बिल्कुल भी सुरक्षा महसूस नही होती इसलिय ही वहां के कुछ लोग रात होने से पहले ही अपने घरों को लौट जाते है। कई बार इन सब व्यवस्थाओं को बनाने के लिये ग्राम प्रधान ने सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर से भी गुहार लागई लेकिन प्रधान का कहना है कि, विधायक की तरफ से भी हर बार आश्वासन ही मिलता है। कागजी तौर पर तो कारवाही की जाती है लेकिन स्तर पर स्तिथि ढाक के तीन पात ही बनी हुई है। आखिर क्यों क्षेत्रीय विधायक इस पर कोई संज्ञान नहीं ले रहा और क्यों लोनिवि विभाग इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है? जल्द ही इसका खुलासा टाइम विटनेस द्वारा किया जाएगा।