सीएम की अधिकारियों को हिदायत। कहा कुम्भ कार्यों में लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
धर्म नगरी हरिद्वार में महाकुंभ मेले की तैयारी जोरों पर है। कुम्भ मेले की सकुशल संपन्न होने की कामना को लेकर हर की पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर मां गंगा की पूजा अर्चना और दुग्ध अभिषेक किया गया। गँगा पूजन में सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत सभी 13 अखाड़ों के सदस्य प्रतिनिधि संत श्री गंगा सभा के पदअधिकारी, मुख्य सचिव ओम प्रकाश और कुम्भ मेले के अधिकारी भी मौजूद रहे। गँगा पूजा के बाद सीएम तीरथ ने कुम्भ मेले के मीडिया सेंटर के साथ ही कुम्भ मेले की कई योजनाओं का लोकार्पण भी किया।
मीडिया सेंटर में अपने उद्दोधन में सीएम तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार महाकुंभ मेले को दिव्य भव्य कराने की बात को फिर दोहराया। सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि, आज विधिवत कुंभ की शुरुआत हुई है। 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक महाकुंभ को किया जा रहा है। जिस दिन मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उसके अगले दिन भी मां गंगा ने मुझे बुलाया और कल जब मैंने कोविड से निजात पाई तो आज मां ने एक बार फिर मुझे बुलाया और मां गंगा की पूजा अर्चना करने सीधा यहां आया।
सीएम ने यह भी कहा कि, कुंभ मेले में आए सभी साधु संतों को सरकार द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यदि कहीं कोई भी अधिकारी ढिलाई बरतता है, तो उसके खिलाफ निश्चित तौर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने ये भी कहा कि, वैसे तो कुंभ मेले के सभी अधिकारी पूरी तन्मयता के साथ रात-दिन मेहनत कर रहे हैं इसलिए अखाड़ों के साधु संत भी उनके साथ अच्छा व्यवहार करें। आखिर अधिकारी भी तो एक इंसान है। अधिकारी साधु संतों की समस्याओं का निपटारा कर रहे है इसलिए सभी को उनका सम्मान करना चाहिए। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि, यदि अधिकारी गलत है तो उन्हें दंडित किया जाएगा। लेकिन जो अधिकारी अच्छा है उसका सम्मान भी किया जाएगा, एकतरफा बिल्कुल नहीं चलेगा।