इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
सतपुली |
आये दिन जंगलों में आग लगने के कारण वन्य जीव व लाखों की वन संपदा खाक हो रही है और सम्बंधित विभाग मूकदर्शक बने देख रहा है| मुख्यमंत्री जी के गृह क्षेत्र सतपुली के आसपास के जंगलों व गांव में आग अपना तांडव मचा रही है, जबकि इस क्षेत्र में लैंसडाउन ,सतपुली में वन विभाग के ऑफिस व चौकियां है|
आज जो तस्वीरे हम आपको दिखा रहे है,वो ग्राम ओडल की है जहाँ कल लगी वनाग्नि के कारण जहाँ एक और गाँव में कई ग्रामीणों के घास और लकड़ियाँ जल कर राख हो गई, वहीँ पक्षियों के घोसलों में पल रहे बच्चे जल गए |
बड़ी मशक्तद के बाद ग्रामीणों के द्वारा आग पर काबू पाया गया |कल दोपहर ओडल के जंगलों में लगी आग उस समय अनियंत्रित हो गई, जब अचानक तेज हवाओं के कारण जंगल की आग तेजी से फैलने लगी | आग काबू पाना नामुमकिन था, लेकिन जिस तेजी से आग फ़ैली उसके बाद चारों और धुआँ ही धुआँ फ़ैल गया|
ग्रामीण वीरेंद्र सिंह, बालम सिंह, श्याम सिंह रावत, दिनेश कुमार आदि के द्वारा पशुओं के लिए एकत्रित की गई घास के कई पल्कोंड जलकर राख हो गये | वही कई पेड़ जलकर भी राख हो गए l दूसरी और इस दवानंल के कारण पेड़ पर पक्षियों के घोसलों में पल रहे बच्चों को भी अपनी जान गवानी पड़ी |
नयार घाटी में आजकल जहाँ भी नजर जा रही ही, चारों और जंगल जलते हुए दिख रहे है | सतपुली के चारों और के जंगलों के जलने के कारण चारों और धुंध छा चुकी है | जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है |