सीएम तीरथ के लिए विधानसभा सीट छोड़ने को महाराज तैयार
– तीरथ मंत्रिमंडल में शामिल होंगे त्रिवेंद्र रावत, मुन्ना होंगे वित्त मंत्री
– हरीश रावत ने कहा, इस बार कांग्रेस सरकार बनी तो इंदिरा होंगी सीएम
आखिरकार कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कुर्सी का मोह त्याग दिया। उन्होंने अपने कद के हिसाब से बड़प्पन दिखाते हुए अपने छोटे भाई सीएम तीरथ सिंह रावत के लिए अपनी सीट छोड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि, सीएम तीरथ सिंह रावत चौबट्टाखाल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वो इस सीट से इस्तीफा देने को तैयार हैं। उनके इस महान त्याग के लिए भाजपा में खूब सराहना हो रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि, दिल हो तो सतपाल महाराज जैसा। उनके इस फैसले की आरएसएस ने भी सराहना की है।
सूत्रों के मुताबिक डोईवाला होली मिलन समारोह के बाद सीएम तीरथ सिंह रावत फटी जींस पहन कर पूर्व सीएम त्रिवेंद रावत से गले मिले और उन्हें होली की मुबारकबाद दी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि, इस मौके पर दोनों नेताओं के बीच लगभग एक घंटेे तक बात चली और फिर ये फैसला हुआ कि, त्रिवेंद्र रावत को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। उन्हें आबकारी और स्वास्थ्य मंत्री का पद दिया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम की कैबिनेट में वापसी पर जश्न मनाने की बात की है। अब तक सबसे अधिक पढ़े लिखे मुन्ना सिंह चौहान को पार्टी ने आखिरकार बड़ा मान लिया और वित्त मंत्री का पद देने की घोषणा की है, ताकि मुन्ना हिसाब-किताब भी सीख जाएं।
कांग्रेस में भी बड़ा फेरबदल हुआ है और सेनापति घोषित करने की जिद पर अड़े हरीश रावत ने बेहद ही लचीला रुख अपनाते हुए बुजुर्गवार नेता और प्रदेश कांग्रेस की नेता इंदिरा हृदयेश को सीएम फेस बनाने की मुहिम छेड़ दी है। हरदा ने कहा है कि, यदि अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आती है तो इंदिरा हृदयेश को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इसे इंदिरा हृदयेश को जन्मदिन का तोहफा माना जा रहा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी हरदा के फैसले की सराहना की है और कहा है कि, हम तो फिर बन जाएंगे, पहला अधिकार इंदिरा हृदयेश का है। कांग्रेसी नेताओं के हृदय परिवर्तन की वजह सोनिया गांधी का त्याग बताया जा रहा है, जो उन्होंने मनमोहन सिंह को पीएम बनाने के लिए किया था।