बाबा रामदेव का बड़ा बयान। कहा किसान कानूनों को रद्द करना समस्या का समाधान नहीं

बाबा रामदेव का बड़ा बयान। कहा किसान कानूनों को रद्द करना समस्या का समाधान नहीं

– विपक्ष को मोदी से चिढ़ने की बजाए मोदी के विकल्प रूपी वैक्सीन की खोज करनी चाहिए

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। करीब सवा महीने से चल रहे किसान आंदोलन पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी किसानों के हितैषी है और केंद्र सरकार किसानों की बात सुन रही है। उन्होंने कहा कि जैसे सरकार दो कदम आगे बढ़ रही है उसी तरह किसानों को भी दो कदम आगे बढ़कर संवाद करना चाहिए। रामदेव ने कहा कि, कृषि कानूनों को रद्द करना समस्या का समाधान नहीं है। वही योग गुरु बाबा रामदेव ने नवनिर्मित कोरोना वैक्सीन के भ्रामक प्रचार को लेकर विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। योग गुरु बाबा रामदेव ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि, विपक्ष के पास आज के समय में मोदी के विकल्प की कोई दवाई कोई वैक्सीन नहीं है और विपक्ष को मोदी से चिढ़ने की बजाए मोदी के विकल्प रूपी वैक्सीन की खोज करनी चाहिए।

योग गुरु बाबा रामदेव का नए कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन पर कहना है कि, मैं जन्म से किसान हूँ और कर्म से स्वभाव से ऋषि और कृषि परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा हूँ। देश के अन्नदाता की पुकार सरकार सुने और सरकार सुन भी रही है। देश के प्रधानमंत्री मुझे नही लगता किसी तरह से किसान विरोधी हो सकते है। नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जो किसानों की आय दोगुनी करना चाहते है। प्रधानमंत्री की नीति नियत और नेतृत्व किसी तरह से किसान विरोधी नही है। मगर किसानों के भीतर नए कृषि कानून को लेकर काफी आशंकाएं है। किसानों की कई आशंकाओं को प्रधानमंत्री ने दूर किया है।

एमएसपी को लेकर भी सरकार लिखित आश्वाशन देने को प्रतिबद्ध है। छोटे-छोटे संशोधन को भी सरकार स्वीकार करने को तैयार है। इस मामले में मुझे लगता है कि, अगर सरकार दो कदम आगे बढ़ रही है, तो किसानों को भी दो कदम आगे बढ़ना चाहिए। किसानों को भी बीच का रास्ता निकालना चाहिए। ताकि सरकार का लक्ष्य भी पूरा हो और किसानो की समस्या का भी निदान हो सके। किसानो का सरकार ध्यान रखेगी। ऐसी मेरी उपेक्षा है। देश का किसान देशद्रोही नही है। यह अलग बात है कि, कुछ तत्व किसानों की आड़ लेकर अपनी रोटियां सेकने की कोशिश कर रहे है। इनके इरादे कुछ अलग है इन तत्वों से किसान आंदोलन को बचाना पड़ेगा।

वही कोरोना वैक्सीन को लेकर हो रहे भ्रामक प्रचार पर योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि, नई कोरोना वैक्सीन में ना तो सुअर की चर्बी है और ना ही इसको बनाने में गाय के खून का इस्तेमाल किया गया है, ना इस वैक्सीन से कोई नपुंसक होने वाला है और ना ही इससे किसी को कोई बड़ा खतरा होने वाला है। यह वैक्सीन ना किसी पंथ की है, ना किसी विशेष पार्टी की है, यह सिर्फ एक वैज्ञानिक शोध है जिन लोगो की इम्युनिटी कम है। उन्हें यह वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए और जो स्वस्थ है। उन्हें प्रतीक्षा करनी चाहिए इसके लिए आपाधापी की कोई जरूरत नही है। वही विपक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि, वैक्सीन के नाम पर कोई राजनीति नही होनी चाहिए इसको लेकर कोई अपनी राजनीतिक रोटियां नही सेके।

आज विपक्ष निश्तेज हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरने के लिए विपक्ष को कोई ना कोई राजनीतिक मुद्दा चाहिए। विपक्ष को प्रधानमंत्री मोदी की दवाई खोजनी चाहिए, मोदी की वैक्सीन खोजनी चाहिए, विकल्प खोजना चाहिए और जब तक मोदी के विकल्प की कोई वैक्सीन विपक्ष के पास नही है। विपक्ष के पास कोई दवाई देश को आगे बढ़ाने के लिए नही है। तो विपक्ष को मोदी जैसा वियक्तित्व को पैदा करना चाहिए। विपक्ष मोदी से क्यो चिढ़ता है, इस मामले में कई ऐसी विरोध करने वाली ताकते है जो कोई ना कोई अड़ंगा अड़ाती रहती है। इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

बता दें कि, योग गुरु बाबा रामदेव ने दिल्ली में नए कृषि कानून को लेकर धरने पर बैठे किसानों से दो कदम आगे बढ़कर सरकार से बात करने का आग्रह किया, तो वही कोरोना वैक्सीन के भ्रामक प्रचार के लिए विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लिया। किसान आंदोलन हो या नवनिर्मित कोरोना वैक्सीन का भ्रामक प्रचार दोनों ही मुद्दों में योग गुरु बाबा रामदेव ने देश की जनता को असामाजिक तत्वों से सावधान रहने की हिदायत भी दी।