आयुष चिकित्सकों का पलटवार। कहा आईएमए से जुड़े चिकित्सक नहीं चाहते मरीज़ो का भला
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। जहाँ एक ओर आईएमए ने कल दो घण्टे का आयुर्वेद के सर्जनों को भारत सरकार द्वारा सर्जरी की अनुमति देने का विरोध जताया था और कल 11 दिसम्बर को चिकित्सा सेवाए बंद करने का भी ऐलान किया था, वहीं आज आयुष चिकित्सकों की संस्था नीमा से जुड़े सभी आयुर्वेदिक चिकित्सको ने इस पर अपना करारा प्रहार करते हुए कहा कि, आईएमए से जुड़े चिकित्सक मरीज़ो का भला नही चाहते हैं। इसीलिए वह इस तरह की हड़ताल कर रहे है और अपना विरोध जता राजे हैं। जबकि कल पूरे देश में नीमा से जुड़े साढ़े बारह लाख चिकित्सक अपने-अपने क्लीनिक और अस्पतालों में सभी आम लोगों के लिए मुफ्त चिकित्सा सेवाएं देकर उनका इलाज करेंगे।
उन्होंने केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय का भी धन्यवाद किया कि जो आयुर्वेदिक चिकित्सको को सर्जरी करने की अनुमति दी गयी है। वही उन्होंने बताया कि, आयुर्वेद चिकित्सा गरीबो की चिकित्सा है और जहाँ एमबीबीएस डाक्टर दुर्गम इलाको में नही पहुँच पाते हैं वहाँ आयुर्वेद चिकित्सक अपनी परवाह न करते हुए अपनी सेवाएं देते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि, ये एमबीबीएस डॉक्टर काफी दवाइया ऐसी है जो आयुर्वेद से संबंध रखती है और वह भी इन्ही को इस्तेमाल करते हैं। उनहाने कहा कि, कल सभी चिकित्सक अपने अपने क्षेत्र के जिलाधिकारी को सरकार के नाम धन्यवाद ज्ञापन देंगे।