बलिदान ब्रिगेड में राज्य आंदोलन के अज्ञात बलिदानियों को दी जायेगी एक अलग पहचान
– बलिदानियों का बनाया जाएगा स्मारक एवं महत्वपूर्ण घटनाओं का संग्रहालय
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
सतपुली। एकेश्वर प्रखन्ड के ग्राम मलेठी में हुई संगोष्ठि में मुख्य अतिथि भूपेंद्र सिंह रावत (पिता और भाई के बलिदानी परिवार से है। ठाकुर सुंदर सिंह चौहान संयोजक बलिदान ब्रिगेड उत्तराखंड, डॉ आरएस नेगी अध्यक्ष मानव विकास एवं विश्व शांति मिशन उत्तराखंड, सीपी शर्मा सचिव बलिदान ब्रिगेड उत्तराखंड, प्रो अशोक कुमार साहनी, चन्द्र शेखर भट्ट की उपस्थिति मे आयोजित की गई। संगोष्ठी का संचालन गणेश खुगशाल गणी और अध्यक्षता ठाकुर सुन्दर सिंह चौहान के द्वारा की गई।
उन्होंने बताया कि, संगोष्ठी 7 उद्देश्यों पर कार्य करेगी। जिसमे 1994 के राज्य आंदोलनकारियों और आंदोलन के प्रत्यक्षदर्शियों से ज्ञात अज्ञात बलिदानियों, उत्पीड़नों, घटनाओं का डाटा संग्रह लाइब्रेरी बनवाएगी। पर्वतीय जिलों के लिए नौकरियों में आरक्षण आबादी के अनुपात में संविधान के अनुसार अधिकार, स्वरोजगार के लिए बैंक से मूल पुस्तैनी सम्पत्ति (पीढ़ी दर पीढ़ी) पर लोन का अधिकार, राज्य की संपूर्ण महिलाओं को पेेंन्शन, विकास एवं विश्व शांति मिशन शीघ्र ही बलिदान ब्रिगेड को अलग से संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए संस्था में सूचीबद्ध बलिदान ब्रिगेड के प्रमाण पत्र धारकों को योग्यता समय संसाधन समर्पण सकारात्मक सहयोग एवं अनुशासन के आधार पर ग्रामसभा नगर वार्डो से प्रदेश तक का पदभार ग्रहण कराएगी।
इस संगोष्ठि मे ज़िला स्तरीय कमेटी बनाई गई, जिसमें जिला अध्यक्ष राजनितिन सिंह रावत, सचिव राकेश खन्तवाल सहित अनेक लोगों को पदभार ग्रहण करवाया गया। इस दौरान मोहन सिंह रावत, पुष्पेंद्र राणा, मंगल सिंह नेगी, दीपक धौंडियाल, आनंद भारती, विनोद धस्माना, महिपाल सिंह, सुरेन्द्र मियाँ सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।