नवरत्न कंपनी BHEL के कर्मचारियों ने खोला प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा। दिया अल्टीमेटम
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार स्थित नवरत्न कंपनी भेल के कर्मचारी इन दिनों भेल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं और लगातार अलग-अलग यूनियन प्रबंधन के खिलाफ विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है। आज भी इस क्रम में बीएमकेपी और इंटक के संयुक्त बैनर तले सैकड़ों कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भेल प्रबंधन के खिलाफ मेन गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया और भेल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इन कर्मचारियों ने भेल प्रबंधन पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए मांगे ना माने जाने पर आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन भेल प्रबंधन के खिलाफ करने की चेतावनी भी दी।
इस दौरान भेल कर्मचारी यूनियन बीएमकेपी के जिला महामंत्री राजवीर सिंह चौहान का कहना है कि, भेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है। कर्मचारियों की समस्या लंबे समय से लंबित है। दीवाली का त्यौहार सर पर है और बोनस का भुगतान अभी तक नही हुआ है। पीपी का भुगतान मई जून में किया जाता है जो अभी तक नही हुआ है। भेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के पर्क में 50 प्रतिशत की कटौती की गई है डीए भी सीज किया गया है। एरियर, पीपी और बोनस का भुगतान कर्मचारियों को प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया है। टर्म इन्शुरन्स प्लान भी नही दिया जा रहा है। इसके साथ कर्मचारियों के हितों को लेकर अन्य कई मांगे भेल प्रबंधन द्वारा पूरी नही कि जा रही है।
भेल प्रबंधन द्वारा कहा जाता है कि, पैसे की उपलब्धता ना होना और दूसरे कारणों की वजह से कर्मचारियों के सभी भत्तों को रोका गया है। इन सभी कारणों की वजह से भेल कर्मचारियों को अपनी आजीविका चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हमारी भेल प्रबंधन से मांग है कि, प्रबंधन कर्मचारियों की सभी मांगों को जल्द पूरा करें नहीं तो कर्मचारियों द्वारा भेल प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा और इस आंदोलन की रूप रेखा में भी बदलाव लाया जाएगा।
पिछले कई दिनों से नवरात्रों में कंपनी भेल की अलग-अलग यूनियन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है। मगर यह विडंबना ही है कि, भेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों की मांगों का संज्ञान नहीं लिया गया है। वहीं अब कर्मचारी भेल प्रबंधन के खिलाफ आगामी दिनों में मांगे न माने जाने पर उग्र आंदोलन की बात कर रहे हैं। देखने वाली बात यह होगी कि, भेल प्रबंधन कब तक अपने कर्मचारियों की समस्या का संज्ञान लेकर उनका समाधान करता है।