निगम के वार्डों में सफाई व्यवस्था चरमराई। आम जनता को आवाजाही में दिक्कत
– प्रमुख चैराहों बाजार व भीड़ भरे स्थानों पर लगे गंदगी के ढेर
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। निगम प्रशासन के लाख दावों के बावजूद शहर में कूड़े की समस्या जस की तस बनी हुई है। नगर निगम के सभी चालीस वार्डों में सफाई व्यवस्था बनाने के लिए निगम प्रशासन ने सैकड़ों सफाई कर्मचारी तैनात किये हैं और प्रतिदिन सफाई के नाम पर काफी खर्चा भी की जाती है। लेकिन उसके बाद भी गली-मोहल्ले तो दूर शहर के प्रमुख चैराहों बाजार व भीड़ भरे स्थानों पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। नगर निगम क्षेत्र के गाड़ीघाट तिराहा काशीरामपुर तल्ला मार्ग नजीबाबाद रोड मोटर नगर आमपड़ाव सहित अन्य स्थानों पर सुबह-शाम कूड़े का ढेर लगा रहता है। कूड़े से उठती दुर्गन्ध के कारण लोगों को नाक बंद कर उक्त मार्गों से आवाजाही करनी पड़ती है।
वहीं बरसात में कूड़े में मौजूद प्लास्टिक की थैलियां पानी में बहकर ड्रेनेज सिस्टम को ब्लॉक कर देती हैं। जिससे अक्सर थोड़ी ही बारिश में शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। इसके अलावा खाने की तलाश में कूड़े के ढेरों के आस-पास आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि पूर्व में नगर निगम ने शहर के मुख्य चैराहों, कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर डस्टबिन लगाये थे। लेकिन रखरखाव के अभाव में टूट गये। जिसके बाद निगम प्रशासन ने नये कूड़ेदान लगाने की जहमत नहीं उठाई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि, निगम प्रशासन द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था बनाने के लिए लाखों का बजट खर्च किया जाता है। लेकिन उसके बावजूद हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
सहायक नगर आयुक्त अंकिता जोशी का कहना है कि, रोजाना सफाई व्यवस्था बनाई जाती है और कहीं से कोई शिकायत आती है तो शीघ्र ही उसे दूर किया जाता ळें