क्राइम: उत्तराखंड में अपराध की दो तस्वीरें! हरिद्वार हत्याकांड का खुलासा, हल्द्वानी में दो भाइयों की संदिग्ध मौत

उत्तराखंड में अपराध की दो तस्वीरें! हरिद्वार हत्याकांड का खुलासा, हल्द्वानी में दो भाइयों की संदिग्ध मौत

हरिद्वार। उत्तराखंड में एक ओर जहां पुलिस ने लंबे समय से लंबित हत्याकांड का खुलासा किया है, वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में दो सगे भाइयों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है।

प्रेम प्रसंग में लैब कर्मचारी की हत्या, आरोपी होमगार्ड गिरफ्तार

हरिद्वार के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गढ़मीरपुर में 18 जनवरी को हुए सनसनीखेज लैब कर्मचारी हत्याकांड का पुलिस ने करीब 11 महीने बाद खुलासा कर दिया है। इस अंधे हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी होमगार्ड अभिमन्यु को गिरफ्तार किया है।

रानीपुर कोतवाली में आयोजित प्रेस वार्ता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि बहादराबाद स्थित एक पैथोलॉजी लैब में कार्यरत 21 वर्षीय वसीम का शव 18 जनवरी को सड़क किनारे पड़ा मिला था।

शुरुआत में मामला सड़क हादसा माना गया, लेकिन अंतिम संस्कार से पहले शव को नहलाते समय कमर पर संदिग्ध निशान मिलने पर परिजनों ने संदेह जताया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत की पुष्टि होने के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।

लंबे समय तक कोई ठोस सुराग न मिलने पर जांच एसपी सिटी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम को सौंपी गई। पुराने साक्ष्यों और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपी अभिमन्यु को हिरासत में लिया।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका एक महिला होमगार्ड से प्रेम संबंध था और वसीम द्वारा महिला को परेशान किए जाने से वह नाराज था। इसी रंजिश में उसने 18 जनवरी को लैब से लौट रहे वसीम को तमंचे से गोली मार दी।

पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है। जांच में यह स्पष्ट किया गया है कि महिला होमगार्ड की इस वारदात में कोई भूमिका नहीं पाई गई है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

बंद कमरे में दो सगे भाइयों की संदिग्ध मौत, जांच जारी

वहीं हल्द्वानी से एक बड़ी और सनसनीखेज खबर सामने आई है। मुखानी थाना क्षेत्र के बचीनगर नंबर-1 इलाके में एक ही घर के बंद कमरे से दो सगे भाइयों के शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया।

मृतकों की पहचान सुनील आर्य (32 वर्ष) और मनोज आर्य (42 वर्ष) के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि घटनास्थल से फिंगरप्रिंट और अन्य अहम साक्ष्य एकत्र किए गए हैं।

परिजनों के अनुसार दोनों भाई अपनी मानसिक रूप से बीमार मां देवकी देवी के साथ रहते थे और मजदूरी कर जीवन यापन करते थे।

मृतकों की बहन ने बताया कि दोनों भाई नशे के आदी थे। बड़े भाई मनोज आर्य की पत्नी करीब चार साल पहले दो बच्चों को साथ लेकर मायके चली गई थी, जबकि उनकी 11 वर्षीय बेटी पिता के पास ही रहती थी।

सीओ सिटी अमित सैनी ने बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में नशे की लत सामने आई है, लेकिन मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। पुलिस आत्महत्या, दुर्घटना और साजिश तीनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।