अघोषित बिजली कटौती पर विधायक का सख्त रुख, ऊर्जा निगम अधिकारियों के सरकारी आवासों की कटवाई बिजली
रिपोर्ट- राजकुमार धीमान
देहरादून। झबरेड़ा विधानसभा क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित विद्युत कटौती को लेकर कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जाती का सख्त और अनोखा अंदाज देखने को मिला।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट से नाराज़ विधायक ने मंगलवार को ऊर्जा निगम के अधिकारियों के सरकारी आवासों की बिजली आपूर्ति कटवा दी, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया।
15 दिन पहले दी थी चेतावनी
जानकारी के अनुसार, करीब 15 दिन पूर्व विधायक वीरेंद्र जाती ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों से मुलाकात कर ग्रामीण इलाकों में सुबह और शाम हो रही अघोषित बिजली कटौती पर कड़ी आपत्ति जताई थी।
उन्होंने कहा था कि बिजली कटौती के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और लोग अपने दैनिक व जरूरी कार्य तक नहीं कर पा रहे हैं।
विधायक ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि एक सप्ताह के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे स्वयं कार्रवाई करेंगे।
चेतावनी के बाद भी नहीं सुधरे हालात
निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी बिजली व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद मंगलवार सुबह विधायक वीरेंद्र जाती ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता सहित अन्य अधिकारियों के सरकारी आवासों पर पहुंचे और वहां की बिजली आपूर्ति कटवा दी।
“जनता की परेशानी अधिकारी भी महसूस करें”
इस दौरान विधायक वीरेंद्र जाती ने कहा कि, “जिस परेशानी से जनता रोज गुजर रही है, वही परेशानी अगर अधिकारी भी झेलेंगे, तभी उन्हें जमीनी हकीकत का एहसास होगा।”
महकमे में मचा हड़कंप
विधायक की इस कार्रवाई से ऊर्जा निगम के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई और पूरे विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई।
स्थानीय ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों ने विधायक के इस कदम को जनहित में उठाया गया साहसिक निर्णय बताया है।
प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में चर्चा
फिलहाल यह मामला प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब यह देखना होगा कि ऊर्जा निगम इस पूरे घटनाक्रम के बाद बिजली व्यवस्था को लेकर क्या कदम उठाता है।


