सहस्रधारा रोड की ATS कॉलोनी में दीपावली पर हंगामा। बिल्डर ने बच्चों को धमकाया, पिस्टल लहराने का आरोप
रिपोर्ट- अमित भट्ट
देहरादून। राजधानी देहरादून के सहस्रधारा रोड स्थित एटीएस कॉलोनी में दीपावली की रात उस समय तनाव फैल गया जब बच्चों द्वारा पार्क की भूमि पर पटाखे जलाने को लेकर बिल्डर पुनीत अग्रवाल और कॉलोनीवासियों के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि बिल्डर ने न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि गुस्से में पिस्टल भी निकाल ली।
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घटना से पैदा हुए भय के माहौल को देखते हुए एसटीएस रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने रायपुर थानाध्यक्ष को तहरीर सौंपकर बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।




बच्चों को धमकाने का आरोप
एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने दी गई तहरीर में बताया कि दीपावली के अवसर पर कॉलोनी के बच्चे बड़ी सावधानी से पार्क में पटाखे जला रहे थे। उसी दौरान बिल्डर पुनीत अग्रवाल अपने घर से बाहर निकले और गालियां देते हुए बच्चों को धमकाने लगे।
बताया जा रहा है कि उन्होंने गुस्से में पिस्टल को लोड भी कर लिया। मामला बढ़ता देख कॉलोनी के अन्य वयस्क निवासी मौके पर पहुंचे और बिल्डर को शांत करने का प्रयास किया, जिसके बाद स्थिति किसी तरह नियंत्रण में आई।
बिल्डर पर पहले भी लग चुके हैं आरोप
यह पहली बार नहीं है जब बिल्डर पुनीत अग्रवाल विवादों में आए हों। उन पर पहले भी कॉलोनी में गोल्डर फॉरेस्ट की नगर निगम प्रबंधन में दी गई भूमि पर अवैध कब्जे के आरोप लग चुके हैं। हालांकि बाद में नगर निगम की कार्रवाई के बाद कब्जा छुड़ाया गया था।
इसके अलावा, अग्रवाल पर एमडीडीए (मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण) को गुमराह कर दो भवनों के नक्शे पास कराने के गंभीर आरोप भी हैं। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के निर्देश पर गठित जांच समिति की हालिया रिपोर्ट में इन आरोपों की पुष्टि की गई है।
फर्जी शपथ पत्र और सेटबैक में गड़बड़ी के आरोप
जांच रिपोर्ट के अनुसार, बिल्डर ने एक भवन की कंपाउंडिंग प्रक्रिया में झूठा शपथ पत्र दिया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि कंपाउंडिंग दायरे से बाहर के हिस्से को ध्वस्त किया जा चुका है, जबकि निर्माण यथावत है।
दूसरे भवन के नक्शे में भी सेटबैक में अनियमितता पाई गई है। इसके लिए गिफ्ट डीड का सहारा लिया गया और पहले भवन के सेटबैक में दर्ज मार्ग को दूसरे भवन के सेटबैक में जोड़ दिया गया। अब एमडीडीए की ओर से संबंधित नक्शे के निरस्तीकरण की कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।

