गजब: गंदगी में बन रहे थे भगवान को चढ़ने वाले बताशे, कारीगर ने 20 दिन से नहाया नहीं। चार फैक्ट्रियां सील

गंदगी में बन रहे थे भगवान को चढ़ने वाले बताशे, कारीगर ने 20 दिन से नहाया नहीं। चार फैक्ट्रियां सील

हल्द्वानी। दीपावली से पहले हल्द्वानी में खाद्य सुरक्षा विभाग ने भक्ति के नाम पर मिलावट और गंदगी का बड़ा खेल उजागर किया है। गुरुवार शाम प्रशासन, नगर निगम और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने बनभूलपुरा और गांधीनगर क्षेत्र में छापेमारी कर चार बताशा फैक्ट्रियों को सील कर दिया।

जांच के दौरान अधिकारियों ने देखा कि जहां भगवान को चढ़ाने वाले बताशे, खिलौने और मिठाई बनाई जा रही थी, वहां गंदगी का अंबार था। कारीगर बिना नहाए, बिना दस्ताने और बिना सिर पर ढकाव के खुले हाथों से बताशे बना रहे थे। एक कारीगर ने कबूल किया कि वह पिछले 20 दिन से नहाया ही नहीं है।

टीम को मौके पर फूड लाइसेंस या किसी प्रकार की अनुमति नहीं मिली। फैक्ट्रियों में न तो स्वच्छता के इंतजाम थे और न ही सुरक्षा के। फर्श पर कीचड़, दीवारों पर सीलन और टेबल पर चीनी के ढेरों के साथ अज्ञात केमिकल से बने घोल भी पाए गए।

अधिकारियों के मुताबिक यह वही केमिकल था, जिसे बताशों और चीनी के खिलौनों में “चमक” लाने के लिए डाला जा रहा था। लेकिन किसी भी डिब्बे पर उस केमिकल का नाम या लेबल नहीं था।

सीएमएस और प्रशासन की कार्रवाई

सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान, नगर आयुक्त ऋचा सिंह, एसडीएम राहुल शाह और खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय सिंह की टीम ने छापेमारी के दौरान बताया कि चारों जगह से खाद्य सामग्री और केमिकल के सैंपल लेकर प्रयोगशाला भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

खड़िया पाउडर और गंदे पानी का इस्तेमाल

फैक्ट्रियों में सूखाने और कड़कपन लाने के लिए खड़िया पाउडर का प्रयोग किया जा रहा था, जो शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक है। साथ ही खाद्य पदार्थों की तैयारी में गंदे पानी का उपयोग भी किया जा रहा था। मौके से खड़िया का एक खुला कट्टा बरामद किया गया।

त्योहार पर चेतावनी

खाद्य सुरक्षा विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बाजार से खरीदते समय मिठाई और बताशों की पैकिंग, लेबल और ब्रांड की जांच करें। त्योहार के मौसम में मिलावटी और अस्वच्छ मिठाइयों का कारोबार तेजी से बढ़ जाता है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।