आपदा के बाद देहरादून की सड़कें पटरी पर, नंदा की चौकी पुल की डीपीआर फाइनल
देहरादून। राजधानी दून में 15 सितंबर की रात आई आपदा से तबाह हुई सड़कें अब धीरे-धीरे सुधरने लगी हैं। राजमार्गों और राज्य मार्गों पर फौरी यातायात व्यवस्था बहाल हो चुकी है। सबसे बड़ी चुनौती बने पांवटा साहिब राजमार्ग और मसूरी रोड के पुलों पर भी अब राहत दिख रही है।
नंदा की चौकी व मसूरी रोड पर राहत
- पांवटा साहिब राजमार्ग पर नंदा की चौकी के पास क्षतिग्रस्त पुल बुधवार मध्यरात्रि से वाहनों के लिए खोल दिया गया।
- मसूरी रोड पर कुठालगेट के पास बैली ब्रिज तीन दिन में तैयार कर दिया गया था।
- दोनों मार्गों पर अब बाहरी वाहनों की आवाजाही भी सुचारु है।
58 करोड़ के प्रस्ताव, 80 सड़कें दुरुस्त होंगी
- लोनिवि की मशीनरी अब स्थायी मरम्मत की दिशा में जुट गई है।
- देहरादून शहरी और आसपास की 80 सड़कों को बेहतर बनाने के लिए 58 करोड़ रुपये का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है।
- 65 अन्य सड़कों पर 30 करोड़ रुपये की लागत से छोटे-बड़े कार्य किए जाने की तैयारी है।
नंदा की चौकी पुल की डीपीआर लगभग तैयार
- अधिशासी अभियंता राजेश कुमार के अनुसार पुल को नए सिरे से एबटमेंट वाल बनाकर दुरुस्त किया जाएगा।
- डीपीआर लगभग फाइनल है, मिट्टी का परीक्षण जारी है।
- स्वीकृति मिलते ही धरातल पर काम शुरू होगा।
- मसूरी रोड पर पुराने पुल को भी मजबूत किया जाएगा।
- सहस्रधारा-मालदेवता पुल की एप्रोच रोड की मरम्मत की जाएगी।
ऋषिकेश खंड में 28 करोड़ की मांग
- मालदेवता, केसरवाला और थानो-भोगपुर क्षेत्र की प्रमुख सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुईं।
- सभी जगह अस्थायी यातायात बहाल किया जा चुका है।
- अब स्थायी मरम्मत के लिए 28 करोड़ रुपये की मांग भेजी गई है।

