UKSSSC पेपर लीक मामले में खालिद की बहन साबिया गिरफ्तार, मास्टरमाइंड की तलाश तेज। हरक ने BJP पर साधा निशाना
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक मामले में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। देहरादून पुलिस ने रविवार को बड़ा एक्शन लेते हुए हरिद्वार के लक्सर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर से खालिद की बहन साबिया को गिरफ्तार किया।
फिलहाल खालिद की एक और बहन हीना तथा लीक प्रश्न पत्र के उत्तर तैयार करने वाली सहायक प्रोफेसर सुमन पुलिस हिरासत में हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने मामले की विवेचना की जिम्मेदारी एसपी ग्रामीण जया बलूनी को सौंपी है। उनकी अगुवाई में विशेष टीम ने घटना से जुड़ी कड़ियों को जोड़ना शुरू कर दिया है। पुलिस ने परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट (हरिद्वार) का निरीक्षण किया, जहां से प्रश्न पत्र लीक हुआ था। यहां प्रिंसिपल, कक्ष निरीक्षकों और गवाहों से घंटों पूछताछ की गई।
खालिद की कई पहचान का खुलासा
जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि खालिद ने परीक्षा देने के लिए चार अलग-अलग पहचान का इस्तेमाल कर ऑनलाइन आवेदन किया था। इन फॉर्मों में पिता का नाम, मोबाइल नंबर और यहां तक कि फोटो भी अलग-अलग थे।
खालिद की बहन हिना ने पुलिस को बताया कि खालिद ने घर में कहा था कि उसने कई फॉर्म भरे हैं ताकि जिस परीक्षा केंद्र पर नकल की सेटिंग होगी, वह वहीं परीक्षा दे सके।
पेपर लीक की असली कड़ी अब भी फरार
पुलिस के अनुसार, खालिद का एक मददगार भी है जिसने परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। यही शख्स असली कड़ी माना जा रहा है, जिसके माध्यम से पेपर बाहर आया। पुलिस उसकी तलाश में दबिशें दे रही है।
बेरोजगार संघ का आंदोलन
पेपर लीक मामले ने पूरे प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को आक्रोशित कर दिया है। बेरोजगार संघ ने दावा किया कि 21 सितंबर को सुबह 11 बजे आयोजित परीक्षा के महज आधे घंटे बाद यानी 11:35 बजे ही पेपर लीक हो गया था। इसके विरोध में 22 सितंबर को देहरादून परेड ग्राउंड से सचिवालय कूच किया गया। युवाओं ने मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई है।
हरक सिंह रावत का BJP पर हमला
इधर, रुद्रप्रयाग में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पेपर लीक पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें भाजपा के बड़े नेताओं की मिलीभगत है।
रावत ने कहा कि, “भाजपा पर पहले वोट चोरी का आरोप लगा, अब पेपर चोरी का। बच्चों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। 2027 में भाजपा का सूपड़ा साफ होना तय है।” रावत ने आगे कहा कि प्रदेश में शिक्षा, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन सभी स्तरों पर सरकार विफल साबित हुई है।
आयोग और STF की कार्रवाई
UKSSSC सचिव एसके बर्नवाल ने भी माना कि खालिद ने फर्जीवाड़ा कर अलग-अलग पहचान से फॉर्म भरे थे। आयोग की रिपोर्ट और साइबर जांच के बाद STF ने गिरफ्तारी शुरू की। इससे पहले पुलिस और STF ने हाकम सिंह और पंकज गौड़ को अभ्यर्थियों से ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
आगे की जांच
पुलिस का कहना है कि खालिद की गिरफ्तारी के बाद पेपर लीक के पूरे रैकेट का पर्दाफाश हो जाएगा। एसपी जया बलूनी ने कहा कि महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए गए हैं और जल्द ही बड़ी कार्रवाई होगी।