विशेष रिपोर्ट: देहरादून व आस-पास में क्षेत्रों में अतिवृष्टि का कहर। SDRF ने 200 छात्रों को बचाया, कई मकान क्षतिग्रस्त

देहरादून व आस-पास में क्षेत्रों में अतिवृष्टि का कहर। SDRF ने 200 छात्रों को बचाया, कई मकान क्षतिग्रस्त

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में देर रात हुई अतिवृष्टि ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सहस्त्रधारा, मालदेवता और मजाडा गांव सहित कई इलाकों में दुकानों व सड़कों को भारी नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

श्री देवभूमि इंस्टिट्यूट में 200 छात्रों का रेस्क्यू

श्री देवभूमि इंस्टिट्यूट, पौंधा परिसर में जलभराव के बीच फंसे लगभग 200 छात्र-छात्राओं को SDRF की टीम ने त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित निकाला। टीम ने सूझबूझ और तत्परता से सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।

रिस्पना नदी और चंद्रभागा का कहर

देहरादून के ऋषि नगर क्षेत्र में रिस्पना नदी का पानी कई घरों को बहा ले गया और बिजली के खंभे बह जाने से आपूर्ति बाधित हो गई। वहीं ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी उफान पर रही।

पानी दुकानों में घुस गया, कई मकान भू कटाव की चपेट में आकर ढहने की कगार पर हैं। दुकानदारों का लाखों का सामान खराब हुआ है। SDRF और जल पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर कई लोगों और वाहनों को सुरक्षित निकाला।

दुःखद घटनाएँ

  • DIT कॉलेज के पास दीवार गिरने से ग्रीन वैली कॉलोनी के एक छात्र कैफ (20) की मौत हो गई।
  • देहरादून के इंद्र रोड पुल के नीचे लोहे की जाली में एक शव फंसा मिला।

मसूरी में पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
मसूरी में होटल एसोसिएशन ने पर्यटकों को निशुल्क प्रवास की सुविधा दी है। धर्मशालाओं और गुरुद्वारों में भी पर्यटकों के रहने की व्यवस्था की गई। नगर पालिका की बसों से पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है।

प्रशासन सतर्क, अलर्ट जारी

जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मजाडा गांव में आपदा बचाव कार्य का जायजा लिया और अतिरिक्त संसाधन तैनात करने के निर्देश दिए। वहीं मौसम विभाग ने 20 सितम्बर तक राज्य के कई जिलों देहरादून, नैनीताल, चंपावत, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधम सिंह नगर में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

प्रशासन की अपील

लोगों से नदियों-नालों के पास न जाने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।