एक्सक्लूसिव: भवन जर्जर, भविष्य खतरे में! डाकपत्थर इंटर कॉलेज पर टूटा शिक्षा संकट, दांव पर 500 बच्चों की जिंदगी

भवन जर्जर, भविष्य खतरे में! डाकपत्थर इंटर कॉलेज पर टूटा शिक्षा संकट, दांव पर 500 बच्चों की जिंदगी

विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में मोर्चा टीम ने राजकीय इंटर कॉलेज डाकपत्थर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय भवन की खस्ता हालत देखकर टीम ने गहरी चिंता व्यक्त की।

वर्तमान में विद्यालय में लगभग 500 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, जबकि कभी यहां छात्र संख्या 1500 से 2000 तक रहती थी। बजट और देखरेख के अभाव में भवन जर्जर होता जा रहा है। स्थिति यह है कि अभिभावक अपने बच्चों को मजबूरन निजी विद्यालयों या अन्यत्र भेज रहे हैं।

विद्यालय सिंचाई विभाग के अधीन है, लेकिन उपेक्षा के चलते मरम्मत व रखरखाव नहीं हो पा रहा। प्रभारी प्रधानाचार्य वर्मा के अनुसार, मरम्मत के नाम पर साल दो–साल में कभी–कभार मात्र 20–25 हजार रुपये ही दिए जाते हैं, जो नाकाफी है।

नेगी ने कहा कि विद्यालय की यह स्थिति छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ है और कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है। सरकार और जिम्मेदार विभागों ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है, जिसके चलते छात्र संख्या लगातार घट रही है। उन्होंने कहा कि विद्यालय को बचाना सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

मोर्चा ने विद्यालय की मरम्मत, साज-सज्जा और सुरक्षा के लिए अन्य विभागों से भी बजट उपलब्ध कराने की मांग उठाई।

टीम में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, हाजी असद, सलीम मुजीबुर्रहमान, प्रवीण शर्मा पिन्नी आदि मौजूद रहे।