विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ पर भारतीय सेना की शानदार पहल। घर-घर जाकर परिजनों को किया सम्मानित

विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ पर भारतीय सेना की शानदार पहल। घर-घर जाकर परिजनों को किया सम्मानित

रिपोर्ट- गिरीश चंदोला

थराली। “जो पर्वतों की चोटी पर तिरंगा लहराकर आए, जो मौत से आँख मिलाकर मुस्कुराए, वो थे कारगिल के शेर, जिनकी शहादत ने देश को सर उठाकर जीना सिखाया — सलाम उन वीरों को, जिन्होंने देश के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया, पर कभी हार नहीं मानी!”

भारतीय सेना के द्वारा पूरे भारतवर्ष में सैन्य सम्मान महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया, यह सैन्या सम्मान महोत्सव कार्यक्रम उत्तराखंड में नायब सूबेदार सुधीर चंद्र के नेतृत्व में उत्तराखंड के सभी जिलों में देहरादून, बागेश्वर ,अल्मोड़ा, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग जिलों में 20 मई 2025 से प्रारंभ किया गया और 5 जुलाई 2025 को इसका समापन किया गया जिसमें सेना के उच्च अधिकारियों, ऑफिसर, स्थानीय प्रशासन स्कूली बच्चे, NCC कैडेट और बड़ी संख्या में नागरिकों मीडिया प्रशासन पत्रकार लोगों ने भाग लिया।

कारगिल युद्ध को बीते आज भारत 26वाँ कारगिल विजय दिवस मनाने जा रहा हैI भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध को 26 साल पूरा होने को है, जैसे कि आप सब जानते हैं।

हमारी भारतीय सेना के शूरवीरों ने 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान अपना अदम्य साहस दृढ़ निश्चय और वीरता का परिचय देते हुए अपने प्राणों की आहुति देश के नाम किया और पाकिस्तान को अपने पांव की धूल चटाने को मजबूर किया।

भारतीय सेना की ओर से स्पेशल जागरूकता अभियान कारगिल विजय दिवस वर्ष 2025 का शुभारंभ किया, जिसमें भारतीय सेना की “टीम” से नायब सूबेदार सुधीर चंद्र, नायक मुकेशसिंह, नायक सुनील सिंह राइफलमैन रोहित सिंह ने अपने अदम्य सैन्य अनुशासन का परिचय देते हुए कारगिल के वीर शहीदो की शहादत को याद किया और उनके परिवार के साहस और बलिदान के लिए सम्मानित किया।

भारतीय सेना हमेशा कारगिल के वीर शहीद और उनके परिवार का हमेशा ऋणी रहेंगे। अमर शहीद के माता-पिता /पत्नी/पुत्र पुत्री,/भाई बहन, ने कहा, “हमें गर्व है कि हमारे बेटे/पति/भाई ने अपने देश के लिए जान दी।

आज का यह सम्मान हमें भावुक करता है, लेकिन साथ ही यह गर्व से भर देता है।”अमर शहीदो के परिवारों ने भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों और साथ में नायब सूबेदार सुधीर चंद्र का धन्यवाद करते हुए कहा कि, हम भारतीय सेना को हमेशा याद रखेंगे जिन्होंने आज भी हमारे अमर शहीदों को नमन करते हुए अपनी टीम को घर-घर पहुंचाया और यह सम्मान समारोह का आयोजन किया

“यह कार्यक्रम न सिर्फ शहीदों के प्रति हमारी श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश उनके परिवारों के साथ हमेशा खड़ा है।