बड़ी खबर: इधर दो जगह हाईवे ध्वस्त, उधर रात नौ से सुबह पांच बजे तक वाहनों की आवाजाही पर रहेगी रोक। यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

इधर दो जगह हाईवे ध्वस्त, उधर रात नौ से सुबह पांच बजे तक वाहनों की आवाजाही पर रहेगी रोक। यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

कोटद्वार। सुखरो पुल और जाफराबाद पुलिस चौकी के बीच भी रास्ता कटने से हाईवे का यातायात बंद हो गया था। सोमवार सुबह स्थिति और बिगड़ गई जब नजीबाबाद मार्ग पर खैरा ढाबा के पास बरसाती नाले में आए उफान से निर्माणाधीन पुल के नीचे बनाया गया वैकल्पिक मार्ग बह गया।

कोटद्वार से नजीबाबाद होकर दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों को जाने वाले यात्रियों की मुश्किलें सोमवार को कई गुना बढ़ गईं। मेरठ-पौड़ी हाईवे 119 पर बरसाती नालों में पानी के तेज बहाव से दो स्थानों पर सड़क ध्वस्त हो गई।

स्थिति ऐसी थी कि बचाव कार्य तुरंत संभव नहीं हो पा रहा था। घंटों तक लगे जाम के बाद कोटद्वार पुलिस ने हरिद्वार, देहरादून, मेरठ, दिल्ली और एनसीआर जाने वाले वाहनों का रूट डायवर्ट कर यातायात को वैकल्पिक मार्गों से सुचारू कराया।

लगातार दूसरे दिन हाईवे बाधित

रविवार को सुखरो पुल और जाफराबाद पुलिस चौकी के बीच भी रास्ता कटने से हाईवे का यातायात बंद हो गया था। सोमवार सुबह स्थिति और बिगड़ गई जब नजीबाबाद मार्ग पर खैरा ढाबा के पास बरसाती नाले में आए उफान से निर्माणाधीन पुल के नीचे बनाया गया वैकल्पिक मार्ग बह गया।

कोटद्वार-नजीबाबाद के बीच दो जगहों पर हाईवे पूरी तरह ध्वस्त होने से यातायात ठप हो गया। लगभग पांच-छह किलोमीटर के फासले पर दो जगह सड़क टूटने के कारण दर्जनों वाहन बीच में फंस गए और हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।

मौके पर बचाव दल और जेसीबी मशीनें मौजूद थीं, लेकिन नाले में पानी का तेज़ बहाव वैकल्पिक मार्ग बनाने में बाधा बन रहा था।

रोडवेज बसों के पहिये थमे, यात्रियों को भारी परेशानी
सड़कें बंद होने से रोडवेज बसों के पहिये थम गए, जिससे सैकड़ों यात्री परेशान हुए।

कोटद्वार से नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, जयपुर, पटियाला, चंडीगढ़ और अमृतसर के लिए चलने वाली सभी बसें सुबह 10:30 बजे से देर शाम तक बस अड्डे पर ही खड़ी रहीं। रोडवेज के एआरएम अनुराग पुरोहित स्वयं मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर नज़र बनाए हुए थे।

हालांकि, डिपो प्रशासन को थोड़ी राहत मिली कि सड़क ध्वस्त होने से पहले कोटद्वार से दिल्ली के लिए तड़के ही पांच बसें निकल चुकी थीं। लेकिन, अन्य राज्यों से जुड़ी बसें न निकल पाने के कारण यात्रियों की समस्या बनी रही।

डायवर्ट किए गए प्रमुख रूट

हरिद्वार और देहरादून जाने वाले वाहनों को वाया दुगड्डा, यमकेश्वर, लक्ष्मण झूला होकर गुजारा गया। बिजनौर, मेरठ, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब और हरियाणा जाने वाले वाहनों को वाया दिल्ली फार्म, लालवाला होकर डायवर्ट किया गया।

यातायात निरीक्षक संदीप तोमर ने बताया, रोडवेज बसों सहित सभी प्रकार के भारी वाहनों का आवागमन रोका गया है, केवल हल्के वाहनों को ही इन वैकल्पिक मार्गों से गुजारा जा रहा है।

उत्तरकाशी में रात नौ से सुबह पांच बजे तक वाहनों की आवाजाही पर रहेगी रोक

संपर्क मार्गों पर भूस्खलन घटनाओं को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन विभाग की ओर निर्देश जारी किए गए हैं कि रात्री में सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। जनपद में पुलिस के 6 बैरियर हैं।

मानसून सीजन को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जनपद के सभी पुलिस बैरियरों पर रात्री 9 बजे से सुबह पांच बजे तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इस दौरान मात्र एंबुलेंस सहित आपाताकालीन वाहनों और सैन्य और अर्द्धसैनिक बलों के वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति होगी।

मानसून सीजन के दौरान जनपद के गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे सहित राज्य मार्ग और संपर्क मार्गों पर भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिलती है। वहीं दूसरी ओर इन दिनों जनपद में चार धाम यात्रा भी संचालित की जा रही है।

इसको देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन विभाग की ओर निर्देश जारी किए गए हैं कि रात्री में सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। जनपद में पुलिस के 6 बैरियर हैं।

बैरियरों पर रात्री 9 बजे के बाद आने वाले वाहनों को उसके आसपास ही सुरक्षित स्थानों पर ही रूकवाया जाएगा। क्योंकि पूर्व के वर्षों में कई बार रात्री में वाहनों की आवाजाही के दौरान अचानक हुए भूस्खलन के कारण कई घटनाएं देखने को मिली है।

इसलिए यह आदेश जारी किया गया है। हालांकि इस दौरान आपातकालीन वाहनों सहित सैन्य और अद्धैसैनिक बलों के वाहनों को आवाजाही की अनुमति होगी। आपदा प्रबंधन विभाग के जारी निर्देश के अनुसार इस दौरान स्थानीय वाहनों को भी आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।